विश्वविद्यालय में जहां एक छात्र नेता ने ऑडियो और चैट वायरल करके हंगामा खड़ा कर दिया।तो वहीं कुलपति के समर्थन में विश्वविद्यालय का बड़ा हुजूम उतर आया है। विश्वविद्यालय में शिक्षकों सहित छात्रों का खेमा दो भागों में बट गया है।जिसको लेकर कैंपस में माहौल बेहद गर्म है।एक पक्ष कुलपति को चरित्रवान और विद्वान बता रहा है।तो दूसरे पक्ष का दावा है कि अब कुलपति को कैंपस में नही घूसने देंगे।जिसको लेकर कैम्पस में भारी तनाव बन गया है।शिक्षको सहित छात्रो का दो गुट आपस में टकराने को तैयार है।
विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष अवनीश यादव ने शनिवार की शाम एक पत्र जारी करते हुए, विश्वविद्यालय के कुलपति को कैंपस में न घुसने देने की चेतावनी दी है।उन्होंने कहा कि जिस तरह से विश्वविद्यालय के कुलपति पर आरोप लगे हैं। वो बेहद गंभीर है।अवनीश यादव ने कहा कि प्रोफेसर रतनलाल हांग्लू को अपने ऊपर लगे गंभीर चारित्रिक आरोपों की जांच तक स्वयं कैम्पस में नहीं आना चाहिए।अगर कुलपति उसके बावजूद भी कैंपस में आते हैं।तो आगामी 17 सितंबर सोमवार को कुलपति को विश्वविद्यालय कैंपस में घुसने नहीं दिया जाएगा।
अवनीश यादव ने पत्र के माध्यम से विवि के कर्मचारियों सहित प्रबुद्ध जनों से अपील की है कि विश्वविद्यालय की अस्मिता और कुलपति पद की प्रतिष्ठा को बचाने के लिए। विश्वविद्यालय छात्र संघ का सहयोग करें और विश्वविद्यालय के कैंपस में कुलपति के प्रवेश को रोकने में उनके साथ आये।इविवि का एतिहासिक कैम्पस बचाने के लिए छात्रो सहित शिक्षको को एक जुट करने की कवायद में अवनीश यादव सहित समाजवादी छात्रसभा लगी है।