कई वारदातों को दिया था अंजाम
हम आपको बता रहे हैं कुख्यात अपराधी आनंद शांडिल्य उर्फ राजेश पायलट के बारे में राजेश पायलट जिसने 2005,2007 और 2010 में वारदातों को अंजाम देकर प्रदेश भर में भूचाल ला दिया था। बता दें कि 2005 में राजेश पायलट ने माफिया महेंद्र मिश्रा के इशारे पर एलआईसी एजेंट रमेश त्रिपाठी की दिनदहाड़े हत्या कर दी थी।इसके बाद जरायम की दुनिया में उसके नाम के सिक्के चलने लगे। वहीं 2007 में जिले में हुए लेखपाल हत्याकांड मामले में भी वह आरोपी रहा।
जब उसे देखने के लिए लगी थी भीड़
लेकिन राजेश पायलट 2010 में तब देश भर की सुर्खियों में आ गया जब उसने बसपा सरकार के तत्कालीन कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी पर रिमोट बम के जरिए हमला किया। जिसमे नंदी गंभीर रूप से घायल हुए थे।इस मामले में एक पत्रकार सहित एक पुलिस सिपाही की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद राजेश पायलट को लम्बी फरारी के बाद मुम्बई एयर पोर्ट से गिरफ्तार किया गया।पहली बार राजेश पायलट को जब इलाहाबाद लाया गया तो उसे देखने वालो की भीड़ लगी रही।
दो दिन पहले हुई मौत
गौरतलब है कि राजेश पायलट ने बीते दो दिन पूर्व दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में अपनी आखिरी सांस ली। राजेश पायलट को जेल में ब्रेन हैम्रेज हुआ था। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।राजेश पायलट की मौत के बाद जहाँ जरायम की दुनियां के बड़े राज उसके साथ दफन हो गये तो वही उसके साथ जुड़े तमाम किस्से सामने आ रहे हैं।बता दें कि राजेश पायलट पढ़ा लिखा और शातिर किस्म का अपराधी था। उसके बात करने के तरीके से अफसर भी दंग रह जाते थे।जब पहली बार उसे सामने लाया गया तब भी वह अंग्रेजी में बात कर रहा था।
खुद करता था कोर्ट में बहस
शहर के वरिष्ठ पत्रकार के अनुसार राजेश पायलट फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता था । मध्य प्रदेश के कानवेंट स्कूल का पड़ा हुआ था। राजेश पायलट में कोर्ट में कई बार पेशी के दौरान खुद बहस करता था उसने अदालत से अपना पक्ष रखने की अनुमति मांगी थी। केस के ट्रायल के दौरान जजों के सामने कई बार ऐसा हुआ जब राजेश पायलट ने पुलिस कर्मियों को अंग्रेजी में फटकार लगाई थी। तमाम अंग्रेजी नॉवेलों का जिक्र करके कोर्ट में बहस करता था।
पिता ने किया अंतिम संस्कार
बता दें की राजेश पायलट की पत्नी नेहा पाण्डेय शहर के झूंसी इलाके में रहती है।तबियत खराब होने की सुचना पर दिल्ली में थी। मौत के बाद राजेश के पिता को शव दिया गया और दिल्ली में ही उसका अंतिम संस्कार किया गया।