राजेश पायलट पर नंदी के घर के पास स्कूटी में बम प्लांट कर रिमोट से धमाका करने का आरोप था। इस बमकांड में नंदी बुरी तरह घायल हुए थे। और एक पत्रकार और एक पुलिस के सिपाही की मौत हो गई थी। इस मामले में तत्कालीन सपा विधायक बाहुबली विजय मिश्रा पर हमला कराने का आरोप लगा था। बाहुबली विजय मिश्रा सहित बाहुबली ब्लाक प्रमुख दिलीप मिश्र पर भी हमले की साजिश का आरोप था हालाकि इस समय विजय और दिलीप जमानत पर बाहर है ।
राजेश पायलट मध्य प्रदेश के जबलपुर का रहने वाला था। बतादें की नंदी बम कांड में जिस स्कूटी में बम प्लांट किया था।वह एमपी के सतना की थी। हाईप्रोफाइल घटना को अंजाम देने के बाद राजेश लम्बे समय तक फ़रार रहा था।जिसे दो सालो बाद पुलिस ने हिरासत में लिया था।उस समय राजेश पायलट को देखने वालो का पुलिस लाइन में हुजूम लगा था। लेकिन उसके बाद राजेश कभी बाहर नही आ पाया।लेकिन जेल में अपने हंगामो को लेकर सुर्ख़ियों में रहता था।
बीते नवंबर माह में नैनी जेल में राजेश पायलट पर कैंची से हमला हुआ था।जिसके बाद पेशी परआये राजेश ने मिडिया के सामने बाहुबली करवरिया बंधुओ के ऊपर हमले का आरोप लगाया था। हालाकि की जेल में बंद मेरठ के कुख्यात अपराधी उधम सिंह ने हमला किया था।जिसके बाद राजेश को नैनी जेल से बुलंद शहर भेज दिया गया। बता दें की आनंद शांडिल्य उर्फ़ राजेश पायलट नंदी बम कांड से पहले भी जिले में कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चूका था। जिले में दो अन्य हाईप्रोफाइल हत्या काण्ड का मास्टरमाइंड रह चूका था।
बता दें की 2005 में जिले के कोरांव थाना क्षेत्र में तीन लोगो की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। जिसमे कई दिनों तक यमुनापार का इलाका सुलगता रहा जिसका आरोप राजेश पायलट पर लगा।वही 2007 में प्रदेश के चर्चित घनश्याम तिवारी हत्याकांड में भी मुख्यअभियुक्त के तौर पर आरोपी बनाया गया।लेकिन सबसे ज्यादा सुर्ख़ियों में नंदी बम कांड के बाद आया।जरायम की दुनिया में राजेश सुपारी किलर के रूप उभरा जिसके बाद पूर्वांचल से लेकर मुंबई के अंडरवर्ल्ड तक इसकी हनक कायम हुई थी।