गौरतलब हो कि 5 अक्टूबर की आधी रात इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव का परिणाम घोषित होने के बाद छात्रावास में आगजनी और उपद्रव को लेकर हॉस्टल के दो गुटों में भीषण तनाव चल रहा है जिसको लेकर जिला प्रशासन बेहद सतर्क है। छात्रावास में छात्र संघ चुनाव के बाद से अब तक लगातार फोर्स की तैनाती बनी हुई है। मंगलवार की दोपहर बाद विश्वविद्यालय के कुलानुशासक ने नोटिस जारी करते हुए 10 अक्टूबर की शाम तक छात्रावास खाली करने का निर्देश दिया ।साथ ही कहा है कि अगर छात्रावास खाली नहीं होते हैं तो जबरदस्ती खाली करा दिए जाएंगे।
जिसको लेकर कैम्पस और हालैंड हाल के ट्रस्टी बिशप के यहां धरना प्रदर्शन नारेबाजी का दौर जारी रहा।वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि चीफ प्रॉक्टर डीएसडब्ल्यू और ट्रस्ट के लोगों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक में यह निर्णय लिया गया कि छात्रावास खाली करा दिया जाए। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि जिस तरह कैम्पस और छात्रावास में दो गुटों में तनाव चल रहा है। उसे देखकर किसी बड़ी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है।ऐसे में छात्रावास को खाली कराने का महतवपूर्ण निर्णय लिया गया है।
वहीं छात्रों ने बिशप के यहाँ पहुंचकर नारेबाजी की। और छात्रावास खाली कराने का विरोध जताया ।छात्रों ने कहा कि अगर आज जबरदस्ती पुलिस हॉस्टल में घुस कर कमरे खाली कराती है तो गंभीर अंजाम भुगतना होगा। अचानक तुगलकी फरमान के बाद छात्र कहां जाएंगे ।इसका जवाब कौन देगा छात्रों का कहना है कि हमने पूरे साल भर की फीस जमा की है। हम हॉस्टल खाली नहीं करेंगे। अब देखना पुलिस प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन की बैठक में क्या निर्णय होता है। और छात्रावास खाली हुए एक बार फिर शहर में तनाव पदों की स्थिति बन सकती है।