गंगा और यमुना नदी के किनारे बसे गाँवों में लोग परेशान है।बारिस का पानी अगर गाँवों में चढ़ा तो जनजीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त हो जाएगा। नदियों में बाढ़ आने की सम्भावना को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है।कछारी इलाकों की चौकसी बढ़ा दी है। शुक्रवार की रात से सलोरी ,राजापुर ,गंगापुर, महेवा के अलावा दारागंज और छोटा बघाड़ा में बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन में लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा। पानी बढ़ने की संभावना पर सभी को घर खाली कर देने के लिए भी कहा जा रहा है।
वही जिलाधिकारी कार्यालय में बनाए गए बाढ़ नियंत्रण कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार बढ़ते जल स्तर को देखते हुए बाढ चौकियों से निगरानी बढ़ा दी गई है। और घाटों के आसपास सहित निचले मुहल्ले और क्षेत्रो के लिए जल पुलिस, पीएसी और पुलिस को भी चौकन्ना किया गया है। बता दें कि संगम नगरी में बाढ़ का डेंजर जोन 84.734 और इस समय गंगा का जलस्तर 80.2 और यमुना 78.62 है।और इस समय यमुना का जलस्तर 77.00तक पहुंच गया है।गंगा और यमुना में अचानक तेजी से पानी आ जाने से संगम के आस पास झुग्गियों में रहने वाले लोगो को सुरक्षित स्थानो की तरफ भेज दिया गया। गंगा और यमुना के किनारे रहने वालों और यात्रा पर आने वाले लोगों को आगाह कर दिया गया है।