अक्षयवट को आम श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने की जानकारी खुद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने दी है। उन्होंने कहा है कि किले में स्थित अक्षयवट अकबर के किले में चार सौ साल से ज्यादा समय से कैद था। जिसे मुक्त करने के लिए देश की आजादी के बाद से ही लगातार श्रद्धालुओं की मांग उठती रही थी। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि 10 जनवरी को मुख्यमंत्री प्रवासी भारतीयों के लिए बनाई जा रही टेंट सिटी का भी उद्घाटन करेंगे। साथ ही बड़ा उदासीन अखाड़े में जाकर संतों का दर्शन करेंगे। यह भी माना जा रहा है कि अन्य आखड़ों में भी मुख्यमंत्री जा सकते हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 16 दिसम्बर 2018 के अपने दौरे में जहां अक्षय वट का दर्शन किया था। वहीं झूंसी के अंदावा में जनसभा को सम्बोधित करते हुए कुम्भ मेले से पहले अक्षयवट आम श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने की घोषणा की थी। पीएम की घोषणा को पूरा करने के लिए सेना और राज्य सरकार मिलकर काम कर रही थी। अक्षयवट के दर्शनों के लिए सेना की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।