बुधवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह आयोजित हुआ। जिसमें एक ओर जहां हिन्दू जोड़ों का विवाह हिन्दू रीति रिवाज के कराया गया। वहीं 35 मुस्लिम जोड़ों का निकाह भी पढ़वाया गया। हर वर्ग के गरीब कन्याओं का सरकारी खर्च पर विवाह कराने के लिए समाज कल्याण विभाग की मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत जिले में कुल 501 जोड़ों का विवाह कराया गया। केपी कम्युनिटी सेंटर में नगर क्षेत्र के 101 जोड़ों का विवाह सम्पन्न हुआ। जिसमें पाच मुस्लिम जोड़े का भी निकाह मौलाना ने पढ़ावाया। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत विवाह बंधन में बंधने वाले जोड़े भी इस मौके पर खासे उत्साहित नजर आये। गरीबी के चलते जहां उनकी शादी में रुकावटें आ रही थी, वहीं सरकार की इस योजना से अब जीवन साथी पाकर वर और वधू दोनों बेहद खुश नजर आ रहे हैं। नव दम्पत्तियों ने सरकार की इस योजना की सराहना करते हुए सीएम योगी और उनके अधिकारियों का भी शुक्रिया अदा किया है।
वहीं मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में शिरकत करने पहुंचे कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल नंदी ने विरोधियों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि सपा और बसपा सरकारों में जहां गरीब कन्याओं की शादी को लेकर सरकारें भेदभाव करती थी। वहीं केन्द्र की मोदी और राज्य की योगी सरकारें सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के मूल सिद्धान्त पर चल रही हैं। कैबिनेट मंत्री नंदी ने कहा है कि सरकार की इसी मंशा को साकार करते हुए जिले में 501 जोड़ों का विवाह बगैर किसी भेदभाव के सम्पन्न कराया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि पूरे प्रदेश में इस तरह के आयोजन हो रहे हैं। लेकिन प्रयागराज में ही अकेले तीन करोड़ मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह योजना पर सरकार ने खर्च किया है। वहीं जिला समाज कल्याण अधिकारी प्रवीण कुमार सिंह के मुताबिक सरकार की योजना के तहत 51 हजार हर जोड़े पर सरकार खर्च कर रही है। जिसमें 35 हजार की धनराशि दुल्हन के खाते में जमा करायी जा रही है। जबकि दस हजार का घर गृहस्थी का सामान और छह हजार इस आयोजन पर सरकार खर्च कर रही है।