पार्टी ज्वाइन करने के बाद जस्टिस सभाजीत यादव ने फोन पर बात की और कहा की उनका आन्दोलन भी सामाजिक न्याय और गरीबों पिछड़ों के अधिकारों के लिए था और कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में न्यूनतम आय गारंटी योजना प्रत्येक गरीब परिवार को 72 हजार सालाना देने की जो बात कही है उससे प्रभावित होकर ही मैंने कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की है। उन्होंने सपा और बसपा गठबंधन पर हमला करते हुए कहा कि उन दलों के पास कोई विजन नहीं है। सपा और बसपा परिवार और व्यक्तिगत स्वार्थों के अस्तित्व को बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। जबकि हाल के दिनों में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का ग्राफ बढ़ा है। उनके नेतृत्व में हुए विधानसभा चुनावों में जहां कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर रहा। वहीं कई राज्यों में कांग्रेस की सरकारें भी बनी हैं। जस्टिस सभाजीत यादव ने कहा है कि चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने पार्टी नहीं ज्वाइन की है समय आने पर चुनाव भी लड़ा जा सकता है।
बता दें कि जस्टिस सभाजीत यादव पहले बसपा से जुड़े रहे लेकिन सपा और बसपा गठबंधन के बाद से उन्होंने दुरी बना ली थी। जस्टिस सभाजीत यादव के साथ सामाजिक न्याय मोर्चा को संगठित करने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रनेता मनोज यादव ने भी कांग्रेस का दामन थामा है। मनोज यादव ने कहा की हर दलित पिछड़े और सामाजिक न्याय के सही हक दारों को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस के साथ आने का निर्णय लिया है। आने वाले समय कांग्रेस मजबूत होगी और यह सब को दिखेगा की झूठे वादों से ऊबे लोग कांग्रेस के साथ खड़े हो रहे है।