हो सकता है बड़ा खुलासाडॉ. राजू की गिरफ्तार के बाद नगर में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि कोई बड़ी गंैंग इस क्षेत्र में लंबे समय से काम कर रही थी और यदि पुलिस पूरी तरह से जांच पड़ताल करे तो हो सकता है कि कोई बड़ा खुलासा हो जाए। नगर में इन दिनों अन्य तरह की चर्चाएं जोरो पर है और आमजन इस केस को लेकर उत्सुकता में है कि किस प्रकार से एक डॉक्टर और कारोबारी मिलकर इस तरह के धंधे को अंजाम दे रहे थे। वहीं थाना प्रभारी सोलंकी ने बताया की डॉ. राजू द्वारा एक बच्चे को 25 हजार रुपए में शैलेन्द्र राठौर को सौंपा जाना स्वीकारा गया है। अस्पताल पर लगे तालेआलीराजपुर में कुछ वर्ष पूर्व डॉ. राजू द्वारा अपना नीजी चिकित्सालय केसर अस्पताल के नाम से संचालित किया जा रहा था, जिस पर उसकी गिरफ्तारी के बाद ताले लगे हुए हंै। वहीं उक्त अस्पताल में कार्यरत कर्मचारी भी नदारद हैं। ज्ञात हो की डॉ. राजू के छोटा उदयपुर के अस्पताल में लंबे समय से आलीराजपुर में भर्ती गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए भेजा जाता रहा है, क्योंकी आलीराजपुर में जो चिकित्सक कार्य करते हैं वे अधिकांश लोगों को यहां सुविधाएं उपलब्ध ना होने व एनस्थिसिया का विशेषज्ञ ना होने के चलते छोटा उदयपुर रैफर करते रहे हैं। कई लोगों का आरोप रहा है कि डॉ. राजू व जिला चिकित्सालय में पदस्थ कर्मचारियों व डॉक्टरों में आपस में साठगांठ है व राजू द्वारा इन लोगों को कमीशन भी दिया जाता है। [typography_font:14pt;” >आलीराजपुर. विगत दिनों आलीराजपुर में पुलिस द्वारा किए गए बच्चा बेचे जाने संबंधित खुलासे के बाद पुलिस बुधवार को गुजरात के छोटा उदयपुर से केसर अस्पताल के डॉ. राजू को पूछताछ के लिए आलीराजपुर लाई थी। उसे गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया। यहां से न्यायालय ने डॉ. राजू एवं उनके सहायक परेश की 7 दिन की पुलिस रिमांड आलीराजपुर थाने को सौंप दी है। पुलिस का कहना है कि डॉ. राजू द्वारा इस कृत्य में शामिल होना प्रथम दृष्टया पाया गया है और रिमांड अवधि में पूछताछ के दौरान अन्य खुलासे हो सकते हैं। अब तक 11 लोग हुए गिरफ्तारथाना प्रभारी दिनेश सोलंकी ने बताया कि एनजीओ की शिकायत के बाद शैलेंद्र राठौर के यहां की गई कार्रवाई के बाद 4 लोग गिरफ्तार किए गए थे, उसके बाद हुई पूछताछ के बाद नानपुर, बाग, छोटा उदयपुर से अन्य 7 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। थाना प्रभारी सोलंकी का कहना है कि अब तक हुई गिरफ्तारी के बाद मिली रिमांड पर गिरफ्तार हुए आरोपियों व पूर्व में हुए गिरफ्तार आरोपियों को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जाएगी। वहीं बच्चों को बाल कल्याण समिति के सरंक्षण में जिला चिकित्सालय में रखा गया है। सोलंकी ने बताया कि अब तक जब्त हुए 4 बच्चों को जिला चिकित्सालय की देखरेख में रखा गया है। पुख्ता कार्रवाईएसपी विपुल श्रीवास्तव ने बताया कि उनके द्वारा सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और पुख्ता प्रमाणों के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया जा रहा है। श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपियों की रिमांड आज ही मिली है, उनसे व पूर्व में गिरफ्तार किए गए आरोपियों से सत्यता प्राप्त होने के बाद अन्य लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में थाना प्रभारी दिनेश सोलंकी का कहना था की 17 नवंबर तक जिन लोगों की रिमांड मिली है, उन पर आवश्यकता अनुसार रिमांड बढ़ाने के लिए अनुमति ली जाएगी।