क्या है मामलाविगत दिनों बच्चे बेचे जाने के मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया था। एसपी श्रीवास्तव ने घटना का खुलासा करते हुए बताया था, भोपाल के सामाजिक कार्यकर्ता प्रशांत दुबे जो बच्चों से संबंधित एनजीओ चलाते हैं। उनके द्वारा यह सूचना दी गई थी आलीराजपुर में बच्चों को खरीदा और बेचा जा रहा है। इस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अपना जाल बिछाया और आरोपियों को धर दबोचा। जिसमे मुख्य आरोपी आलीराजपुर निवासी शैलू राठौर व उनके साथी बाईसिंह निवासी दीपा की चौकी, देसिंह भिंडे निवासी काजु विकास रोड, दिनेश भिंडे व अन्य 1 नाबालिग बालिका निवासी गढ़ात को इस संबंध में गिरफ्तार किया गया था। वहीं दिलीप अग्रवाल बड़ोदा, राजू अग्रवाल छोटा उदयपुर, सुरेश बाहेती बाग को पुलिस ने हिरासत में लिया है। बुधवार को नानपुर से कमलेश शर्मा को हिरासत में लिया है। बेबस हुई माताएं हमें हमारे जिगर के टुकड़ों से जुदा मत करों नहीं तो हम उनके बिना रह नही पाएंगे ना ही वो हमारे बिना रह पाएंगे अगर उनको हमसे जुदा कर दिया तो हम अपनी जान दे देंगे। कुदरत ने तो पहले से ही हमारी झोली को खाली करके हमें सजा दे दी है। यह शब्द थे उन बेबस माताओं के जो अपने बालक को सीने से लगाकर आंखों से बह रहे आसू के माध्यम से कह रही थी। उनका कहना था, पुलिस के द्वारा हमारे पतियों को थाने पर और हमारे बच्चों को पोषण केन्द्र में रख दिया है। बच्चे हैं पोषण केंद्र मेंजिला चिकित्सालय स्थित पोषण पुनर्वास केन्द्र बाल शक्ति वार्ड में राघव अग्रवाल निवासी बड़ोदा उम्र 1 वर्ष, सोम्या निवासी बाग उम्र साढ़े तीन वर्ष, सारथी शर्मा निवासी नानपुर 19 माह, वहीं एक दो वर्ष का अज्ञात शिशु भी पोषण केंद्र में है। [typography_font:14pt;” >आलीराजपुर. बच्चों की तस्करी के मामले में पुलिस ने तेज गति से छानबीन शुरू कर दी है। बुधवार को पुलिस ने छोटा उदयपुर के डॉ. राजू और उनके अकाउंटेंट परेश को पूछताछ के लिए नोटिस देकर आलीराजपुर पुलिस थाना तलब किया। यहां पर उनसे पूछताछ की जा रही है। थाना प्रभारी दिनेश सोलंकी ने बताया, बुधवार को ग्राम नानपुर से एक बालक और उसके परिजन को भी लाया गया। उन्होंने बताया, अब तक कुल 4 बच्चों को पुलिस ने बरामद किए हैं, जिन्हें जिला चिकित्सालय के पोषण पुनर्वास केंद्र में रखा गया है। पोषण केन्द्र में बच्चों के साथ उनकी मां भी साथ में है। वहीं उनके पिता को पुलिस ने अपनी हिरासत में लेकर थाने में बंद कर रखा है। जानकारी मिलने पर करेंगे आगे कार्रवाई : श्रीवास्तवएसपी आलीराजपुर विपुल श्रीवास्तव ने कहा कि छोटा उदयपुर से डॉक्टर राजू और उसके सहायक को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। अभी पूछताछ की जा रही है। अगर कोई जानकारी मिलती है तो आगे की कार्रवाई की जाएगी। बच्चों के परिजनों को इसलिए हिरासत में लिया जा रहा है क्योंकि बच्चों को खरीदना एवं बेचना कानूनन अपराध है अगर अपराध सिद्ध होता है तो 5 साल की सजा है।