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अनंत चतुर्थदशी आज, बप्पा को करेंगे विदा

locationअलीराजपुरPublished: Sep 22, 2018 10:50:30 pm

स्वामी शशिधराचार्यजी महाराज ने उतारी आरती

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अनंत चतुर्थदशी आज, बप्पा को करेंगे विदा

आलीराजपुर. गणेश चतुर्थी पर्व पर विभिन्न पंडालों में भगवान विघ्नहर्ता की 10 दिनों तक पूरी श्रद्धा, भाव से सेवा की गई, गुरुवार-शुक्रवार को अनेक पंडालों में विशेष आयोजन किए गए, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने सहभगिता की। रविवार को बड़ी धूमधाम से गणपति बप्पा मोरिया अगले बरस तू जल्दी आ के जयकारे के साथ अनंत चतुर्थी का जुलूस नगर के प्रमुख मार्गों से निकलेगा। नगर के सभी गणेश उत्सव समिति अपने-अपने गणपति बप्पा की विदाई के लिए नाचते-गाते, रंग, बिरंगी गुलाल भरे माहौल में पंचेश्वर महोदव एवं सुक्कड़ नदी पर पहुंचेंगे। जहां पर गणेश प्रतिमा का विर्सजन किया जाएगा। कोई हादसा ना हो इसके लिए नपा एवं पुलिस प्रशासन ने भी तैयारी कर रखी है।
दस दिवसीय गणेश उत्सव के चलते पूरे नगर में उत्साह व उमंग के माहौल के बीच सभी गणपति पंडाल में अनेक कार्यक्रम हुए। नगर के एमजी रोड स्थित कुआ फलीये परीवार, वीटी रोड, रणछोडऱाय मार्ग, युवा जागृति फे्रंड सर्कल, माली मोहल्ला, विनायक गु्रप पोस्ट ऑफिस, झंडा चौक, बस स्टैंड, प्रतापगंज मार्ग, जामा मस्जिद मार्ग, असाड़पुरा, केशव नगर, सेमलपाटी, सांई सिटी सहित अन्य स्थानों पर गणेश समितियों द्वारा कई कार्यक्रमों के आयोजन किए गए। कहीं पर सुंदरकांड तो कहीं पर भजन का आयोजन भी किया गया।
गणेश उत्सव के अंतिम चरण में पहुंचने पर लोगों में काफी उत्साह देखा गया।
राजवाड़ा के राजा को लगाया छप्पन भोग
राजवाड़ा के पास राजवाड़ा के राजा के नाम से गणेशजी की स्थापना की गई। गणेश उत्सव के दौरान राजवाड़ा के राजा गणेश मंडल की ओर से प्रतिदिन रंगारंग आयोजन किए जा रहे हैं। दस दिवसीय उत्सव के आठवें दिन राजवाड़ा के राजा की मूर्ति के सम्मुख पूरे मोहल्ले की ओर से 56 भोग लगाए गए और महाआरती का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने श्रद्धा व उत्साह से भाग लिया। महाआरती का कार्यक्रम श्री शेषशायी आचार्य मंदिर के पीठाधीश्वर स्वामी 1008 श्रीश्री शशिधराचार्यजी महाराज की निश्रा में संपन हुआ। स्वयंं स्वामीजी ने भगवान श्री गणेश की आरती उतारी। उनके साथ अन्य श्रद्धालुओं ने भी आरती उतारी। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रृद्धालुगण उपस्थित थे। समिति के सदस्य श्रीकांत बाहेती ने बताया, पूर्व में मंडल द्वारा गरबा रास, एक मिनट प्रतियोगिता, तंबोला, सुगम संगीत सहित अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा चुका है।
गणेशजी की तन, मन से सेवा करनी चाहिए
स्वामी शशिधराचार्य ने अपने आर्शिवचन में कहा, भगवान गणेश की सेवा करने से तीन चीजों का फल मिलता है। गणेशजी की तीन पत्नियां थीं। पहली रीद्धि, दूसरी सिद्धी और तीसरी बुद्धि। जो भगवान गणेशजी की सेवा करते हैं, उन्हें इन तीनों का फल मिलता है। इसके अलावा श्रीगणेशजी के तीन पुत्र हैं। पहला शुभ दूसरा लाभ एवं तीसरा क्षमा। इनका फल भी गणेशजी की पूजा व सेवा करने वाले को मिलता है इसलिए गणेशजी की तन, मन से सेवा करनी चाहिए। सभी श्रद्धालुजन प्रतिदिन सायंकालीन आरती के दौरान उत्साह, श्रद्धा, आस्था और पूरे उल्लास के साथ शामिल हो रहे हैं। दस दिवसीय आयोजन में प्रतिदिन रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए गए। आयोजन को सफल बनाने में परिवार के सभी सदस्यों का भरपूर व सराहनीय योगदान मिल रहा है। बाहेती ने सभी सदस्यों व सहयोगकर्ताओं का आभार माना। राजवाड़ा के राजा परिवार के चेतन बेडिय़ा, रीतेश नगवाडिय़ा, अर्पित बेडिय़ा, अंकित परवाल, मयंक माहेश्वरी, मिलन माहेश्वरी, हरीश बाहेती, मितेश बेडिय़ा, राजू जोशी, रवि सेन, ओम बेडिय़ा, अश्विन सोमानी, नीतिन कोठारी, गौरव अगाल, अनूप माहेश्वरी, मनीष मंत्री, सचिन सोमानी सहित अन्य सदस्य प्रतिदिन सक्रियता से गणेश उत्सव आयोजन को सफल बनाने में जुटे हुए हुए हैं।
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