एएमयू में प्रोफेसर थे तौसीफ के पिता
तौसीफ जियाउद्दीन मूलरूप से अलीगढ़ के सर सैयद नगर (फ्रेंड्स कॉलोनी के पास) के रहने वाले हैं। उनके पिता स्व. जियाउद्दीन सिद्दीकी एएमयू के वनस्पति विज्ञान से प्रोफेसर पद से सेवानिवृत्त हुए थे। तौसीफ ने एएमयू से पढ़ाई की। उसके बाद उच्च शिक्षा के लिए वे विदेश चले गए। वहीं उनकी पत्नी अना ने एएमयू के एमबीए डिपार्टमेंट से पीएचडी की है। वर्तमान में तौसीफ इंजीनियर हैं और अना शिक्षिका हैं। दोनों सउदी अरब में रहते हैं।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिलिप कोटलर अवार्ड मिलने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तंज कसते हुए कहा था कि ‘मैं हमारे प्रधानमंत्री को विश्व प्रसिद्ध कोटलर प्रेसिडेंशल अवॉर्ड जीतने की बधाई देता हूं।’ वास्तव में यह इतना प्रसिद्ध है कि इसमें कोई जूरी नहीं है और पहले कभी किसी को नहीं दिया गया और इसको एक अनसुनी अलीगढ़ कंपनी का सहयोग हासिल है।’ राहुल गांधी द्वारा तंज कसे जाने के बाद यह मामला चर्चा में आया और इसको लेकर विवाद होने लगा। उसके बाद खुद प्रोफेसर फिलिप कोटलर ने ट्वीट कर पीएम मोदी को बधाई देते हुए कहा कि ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिलिप कोटलर प्रेजिडेंशल अवॉर्ड से सम्मानित होने पर बधाई देता हूं। उन्हें अथक ऊर्जा के साथ भारत का उत्कृष्ट नेतृत्व करने और निस्वार्थ सेवा करने के लिए इस अवॉर्ड के लिए चुना गया है।’ बता दें कि हर साल दुनिया के किसी एक राष्ट्राध्यक्ष को सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में योगदान के लिए फिलिप कोटलर प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड से नवाजा जाता है।