सात हजार रुपये दे चुके थे पशुपालन विभाग से रिटायर हुए कमलेश कुमार पिछले 6 महीने से बड़े बाबू के चक्कर काट रहे थे। पेंशन बनवाने के नाम पर कमलेश कुमार सात हजार रुपये बड़े बाबू उपेंद्र कुमार को पहले ही दे चुके थे। इसके बाद भी बड़े बाबू की भूख मिटी नहीं थी। बड़े बाबू ने तीन हज़ार रुपये की और मांग कर दी। इससे पशुपालन विभाग के ही कर्मचारी कमलेश ने एंटी करप्शन विभाग में शिकायत कर दी। 8 जनवरी को कमलेश ने आगरा के एंटी करप्शन में शिकायत की। दो दिन में ही बड़े बाबू का रिश्वत का खेल लोगों के सामने आ गया। बड़े बाबू उपेंद्र कुमार फर्नीचर प्वाइंट की दुकान में रिश्वत के रुपए लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किए गए। कमलेश अपने ही विभाग के बड़े बाबू द्वारा रिश्वत मांगने से आहत थे। वे परिवार के साथ थाने में आए और रिश्वतखोर को जमीन पर बैठाकर फोटो खिंचवाई।
रिश्वतखोरों की शिकायत करें एंटी करप्शन विभाग आगरा के राजीव यादव ने बताया कि इन्हीं की फर्नीचर प्वाइंट दुकान से तीन हज़ार रुपये रिश्वत मांगते गिरफ्तार किया। इस संबंध में थाना गांधी पार्क में मुकदमा दर्ज कराया गया है। वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। राजीव यादव ने बताया कि व्यक्तिगत पेंशन के प्रकरण में रिश्वत मांगने के आरोप में पकड़े गए हैं। जो भी शिकायत रिश्वत के प्रकरण में आती है, उस पर तत्काल कार्रवाई होती है। रिश्वतखोरों की शिकायत करें।