सज्जाद सुभान राथर ने आतंकी संगठन के समर्थन में ट्वीट करने वाले कश्मीरी छात्र वसीम बिलाल को भी निर्दोष बताते हुए कहा कि छात्र की मंशा शहादत पर ट्वीट करना नहीं था, बल्कि उसने मोदी सरकार के सुरक्षा दावे पर सवाल उठाया था। सज्जाद ने वसीम हिलाल के निलंबन को वापस लेने की अपील की है।
राथर ने कहा कि पुलवामा में हुई घटना में भारतीय एजेंसियों की बड़ी चूक है। इस घटना में एजेंसियों के हाथ होने से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। जम्मू-कश्मीर में इतनी कड़ी व्यवस्था के बीच आखिर इतना विस्फोटक पदार्थ कहां से आया। सज्जाद राथर ने कहा कि लोकसभा चुनाव करीब है और ऐसे समय विस्फोट होना कहीं न कहीं कुछ और इशारा करती है। कहा, मुझे लग रहा है देश में सांप्रदायिक माहौल पैदा किया जा रहा है। ऐसा भी हो सकता है कि कहीं सरकार या विपक्षी पार्टियां अपने ही लोगों द्वारा ऐसी घटनाओं को अंजाम दिलवाकर राजनीतिक रोटियां सेंक रही हो, इसकी भी जांच होनी चाहिए।