क्या है मामला उत्तर प्रदेश के पीलीभीत के मोहल्ला पहाड़िया निवासी मोहम्मद अनीस शम्सी ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से एमएसडब्ल्यू (मास्टर इन सोशल वर्क) किया था। वह अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के आफताब हॉल के मुमताज हॉस्टल के कमरा नंबर 22 में रहता था। यहीं से पीएचडी की तैयारी कर रहा था। मंगलवार की रात्रि आठ बजे के आसपास उसका शव कमरे में फंदे पर लटका मिला। छात्र द्वारा आत्महत्या किए जाने की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई। मौके पर हॉल के प्रवोस्ट प्रो. सलमान पहुंचे। रात्रि साढ़े दस बजे के आसपास शव को फंदे से नीचे उतारा गया।
क्यों भड़के छात्र छात्रों का कहना था कि एएमयू अधिकारी सूचना मिलने के बाद भी देर से आए। एएमयू के कुलपति प्रो. तारिक मंसूर नहीं आए। इस कारण ढाई घंटा तक शव फंदे पर लटका रहा। छात्र गुस्स में थे। एएमयू के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। तभी मौके पर पुलिस अधीक्षक नगर अभिषेक आ गए। छात्र उनसे बहस करने लगे। तभी कुछ छात्रों ने एसपी सिटी की गाड़ी को पथराव करके तोड़ दिया। एसपी सिटी किसी तरह वहां से निकले और बाब-ए-सैयद पर आ गए। छात्र कुलपति आवास पर पहुंच गए। हंगामा और नारेबाजी करने लगे। मौके पर पुलिस बल पहुंचा तो छात्रों ने उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया। पुलिस वाले चुपचाप बाहर आ गए। एसपी सिटी एक बार औऱ साहस करके कुलपति लॉज पहुंचे। उनकी छात्रों से फिर बहस हो गई। वे भी बाहर आ गए।
पुलिस बल तैनात
देर रात्रि में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आकाश कुलहरि, अपर जिलाधिकारी नगर (एडीएम सिटी) राकेश मालपानी भारी पुलिस बल और आरएएफ के साथ एएमयू के बाहर आकर डट गए। भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
क्या कहा पुलिस ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि का कहना है कि पूर्व छात्र द्वारा आत्महत्या कि जाने के बाद छात्रों ने एसपी सिटी की गाड़ी पर एक पत्थर भी फेंका था। मुकदमा लिखा जाएगा। अब हालात ठीक हैं।
अनीस शम्सी के साथियों का कहना है कि वह अपराह्न एक बजे के बाद वह अचानक गायब हो गया था। रात करीब 8 बजे उसकी लाश कमरे में पंखे से लटकी देखी। वह तीन दिन पहले ही पीलीभीत से वापस आया था।