सुबह से ही सूरज ने आग बरसानी शुरू कर दी। तेज धूप में लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया। हवा में भी कहीं ठंडापन नहीं महसूस हो रहा है। जाते मई में गर्मी के आगे पंखे और कूलर का दम फूलता देखा जा सकता है। एसी से जरूर लोगों को कुछ राहत मिल रही है।
तपते सूरज से घरों-दफ्तरों के फर्श, दीवार और सडक़ें भट्टी की तरह तप रही हैं । इन दिनों जगह-जगह छायादार स्थानों और पेड़ों के नीचे लोगों का जमघट देखा जा सकता है। न्यूनतम तापमान 28 से 30 डिग्री के बीच कायम है।
यह है गर्माहट बढऩे का कारण मौसम विभाग और पर्यावरण विशेषज्ञों की मानें तो सोलर रेडिएशन लगातार बढ़ रहा है। इसके चलते भीषण गर्माहट बनी हुई है। मानसून के केरल पहुंचने और आगे बढऩे तक गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।