प्रो. विजय श्रीमाली का बीती 21 जुलाई को निधन होने के बाद से महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में स्थाई कुलपति नहीं है। बांसवाड़ा के गोविंद गुरू जनजातीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कैलाश सोडाणी फिलहाल अतिरिक्त जिम्मेदारी संभाले हुए है। विश्वविद्यालय ने 15 सितम्बर तक कुलपति पद के लिए आवेदन मांगे थे। कुलपति पद के लिए प्राप्त आवेदनों पर विचार करने के लिए रविवार को जयपुर के मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जयपुर मेंकुलपति सर्च कमेटी की बैठक हुई।
यह हुए शामिल
कुलपति सर्च कमेटी में राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर. के. कोठारी राज्य सरकार के प्रतिनिधि, यूजीसी के पूर्व अध्यक्ष प्रो. वेद प्रकाश राजभवन के प्रतिनिधि, कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर के कुलपति प्रो. बी. बी. छीपा मदस विश्वविद्यालय के प्रबंध मंडल द्वारा नामित प्रतिनिधि और प्रो. जी. सी. सक्सेना यूजीसी के प्रतिनिधि के बतौर शामिल हुए। कमेटी आवेदनों पर विचार कर पांच नाम का पैनल बनाकर सरकार और राजभवन को सौंप दिया।
कुलपति सर्च कमेटी में राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर. के. कोठारी राज्य सरकार के प्रतिनिधि, यूजीसी के पूर्व अध्यक्ष प्रो. वेद प्रकाश राजभवन के प्रतिनिधि, कृषि विश्वविद्यालय बीकानेर के कुलपति प्रो. बी. बी. छीपा मदस विश्वविद्यालय के प्रबंध मंडल द्वारा नामित प्रतिनिधि और प्रो. जी. सी. सक्सेना यूजीसी के प्रतिनिधि के बतौर शामिल हुए। कमेटी आवेदनों पर विचार कर पांच नाम का पैनल बनाकर सरकार और राजभवन को सौंप दिया।
…तो जल्द मिलेगा कुलपति
सर्च पैनल के लिफाफे पर राज्यपाल कल्याण सिंह और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बीच चर्चा होगी। दोनों की सहमति मिलने पर मदस विश्वविद्यालय को नया कुलपति मिलेगा। लेकिन पूर्व के अनुभवों को देखते हुए सहमति बनना आसान नहीं है। पिछले साल भी कुलपति सर्च कमेटी की पहली बैठक 3 अक्टूबर को हुई। लेकिन राजभवन और सीएमओ के बीच किसी नाम पर सहमति नहीं बनी। ऐसे में विश्वविद्यालय को कुलपति पद के लिए दोबारा आवेदन लेने पड़े। इसके बाद 30 दिसम्बर को सर्च कमेटी की दूसरी बैठक हुई। इसके बावजूद किसी नाम पर सहमति नहीं बन पाई। आखिर 16 अप्रेल को राजभवन ने सीएमओ की सहमति पर प्रो. विजय श्रीमाली को कुलपति नियुक्त किया।
सर्च पैनल के लिफाफे पर राज्यपाल कल्याण सिंह और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बीच चर्चा होगी। दोनों की सहमति मिलने पर मदस विश्वविद्यालय को नया कुलपति मिलेगा। लेकिन पूर्व के अनुभवों को देखते हुए सहमति बनना आसान नहीं है। पिछले साल भी कुलपति सर्च कमेटी की पहली बैठक 3 अक्टूबर को हुई। लेकिन राजभवन और सीएमओ के बीच किसी नाम पर सहमति नहीं बनी। ऐसे में विश्वविद्यालय को कुलपति पद के लिए दोबारा आवेदन लेने पड़े। इसके बाद 30 दिसम्बर को सर्च कमेटी की दूसरी बैठक हुई। इसके बावजूद किसी नाम पर सहमति नहीं बन पाई। आखिर 16 अप्रेल को राजभवन ने सीएमओ की सहमति पर प्रो. विजय श्रीमाली को कुलपति नियुक्त किया।
अब तक यह रहे कुलपति
प्रो. रामबलि उपाध्याय, प्रो. कांता आहूजा, डॉ. पी. एल. चतुर्वेदी, प्रो. डी. एन. पुरोहित, प्रो. एम. एल. छीपा, प्रो. भगीरथ सिंह, प्रो. रूपसिंह बारेठ, प्रो. कैलाश सोडाणी और प्रो. विजय श्रीमाली
प्रो. रामबलि उपाध्याय, प्रो. कांता आहूजा, डॉ. पी. एल. चतुर्वेदी, प्रो. डी. एन. पुरोहित, प्रो. एम. एल. छीपा, प्रो. भगीरथ सिंह, प्रो. रूपसिंह बारेठ, प्रो. कैलाश सोडाणी और प्रो. विजय श्रीमाली