पुराना शहर सुखसागर के पास लवकुश उद्यान स्थित है। वर्तमान में उपेक्षा और रखरखाव की कमी के कारण यह झाडिय़ों और कचरे से भर गया है। इस पार्क में मात्र एक फिसल पट्टी बची हुई है। झाडिय़ों और कचरे के कारण पार्क में प्रवेश करने पर डर बना रहता है।
क्षेत्रवासियों को जीव जंतुओं की आशंका रहती है। इसलिए कोई भी पार्क में नहीं जाता है। पार्क की हालत खस्ताहाल होने के कारण इसका उपयोग नहीं किया जा रहा है। वर्तमान में इस पार्क से पर्यावरण शुद्धि होने की बजाय प्रदूषण हो रहा है। यह पार्क भले ही छोटा है, लेकिन साफ-सफाई कर रखरखाव किया जाए तो यह काफी उपयोगी बन सकता है।
कचरे से भर दिया कुआं इस पार्क में एक छोटा कुआं भी है, लेकिन उपेक्षा के कारण इस कुएं को कचरे से भर दिया गया है। अब यह मात्र कुछ फीट ही खाली रहा है। इस कुएं की सफाई कर उपयोग किया जाए तो इसका पानी काम में लिया जा सकता है।
बनाया जा सकता है उपयोगी इस पार्क को आम जन के लिए उपयोगी बनाया जा सकता है। यहां बहुत से लोग प्रात: भ्रमण के लिए आते हैं। अगर यह पार्क साफ-सुथरा हो तो लोग यहां बैठने के लिए और योग प्राणायाम के लिए आ सकते हैं। इसके साथ ही बच्चों के खेलने के उपकरण लगा दिए जाएं तो यह पार्क बच्चों के लिए भी उपयोगी बनाया जा सकता है।
यह पार्क कई साल से उपेक्षित स्थिति में है। इस कारण इसकी हालत खराब हो गई है। इस पार्क की हालत जल्द सुधारी जानी चाहिए। अंजली शर्मा पार्क में प्रवेश करने जैसी भी स्थिति नहीं है। पूरे पार्क में झाडिय़ां और कचरा भरा पड़ा है। इस पार्क में बच्चे तो क्या बड़े भी नहीं जा सकते हैं।
सुमित्रा शर्मा