नहीं लौटा घर
थानाप्रभारी दिनेश कुमावत ने बताया कि नाका मदार आम का तालाब निवासी नरेश कुमार कै रिज कारखाने में कर्मचारी था। वह शनिवार शाम 6 बजे निकला तो घर नहीं लौटा। देर रात तक घर नहीं लौटने पर परिजन ने उसकी तलाश शुरू कर दी। परिजन को नरेश की कार आनासागर चौपाटी पर मिली। परिजन ने क्रिश्चियनगंज थाना पुलिस को सूचना दी।
थानाप्रभारी दिनेश कुमावत ने बताया कि नाका मदार आम का तालाब निवासी नरेश कुमार कै रिज कारखाने में कर्मचारी था। वह शनिवार शाम 6 बजे निकला तो घर नहीं लौटा। देर रात तक घर नहीं लौटने पर परिजन ने उसकी तलाश शुरू कर दी। परिजन को नरेश की कार आनासागर चौपाटी पर मिली। परिजन ने क्रिश्चियनगंज थाना पुलिस को सूचना दी।
दूसरी चाबी से कार खोलने पर पुलिस ने तलाशी ली। पुलिस को कार में सुसाइड नोट मिला। जिसमें उसने ब्याज की रकम और ब्याजखोरों से परेशान होने की बात कही। उसने तीन जनों को नामजद किया है। उसने लिखा कि ‘कर्जा चुकाने के लिए वक्त मांगा था लेकिन तीनों आए दिन मारपीट व बेइज्जत करते थे।’ कार से सुसाइड नोट मिलने पर पुलिस उप अधीक्षक जिनेन्द्रकुमार जैन भी घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस ने एनडीआरपीएफ और सिविल डिफेंस टीम की मदद से झील में तलाश की।
ब्याजखोरों में दो रेलवे कर्मचारी
सुसाइड नोट मिलने के बाद नरेश कुमार के परिजन ने भी बताया कि नरेश ने रेलवे के ही कुछ कर्मचारियों से ब्याज पर रकम उधार ले रखी थी। दस व 15 रुपए सैकड़े का ब्याज वह अदा कर रहा था लेकिन कुछ समय से ब्याजखोर उसको परेशान करने लगे थे। कुछ दिन पहले कैरिज कारखाने में उसके साथ मारपीट भी की गई थी। छोटे भाई कमल कुमार ने बताया कि नरेश ने उसे कार पर लोन लेकर ब्याज का पैसा चुकाने की बात कही थी लेकिन कुछ मोहलत मांग रहा था लेकिन आरोपित उसको परेशान कर रहे थे।
सुसाइड नोट मिलने के बाद नरेश कुमार के परिजन ने भी बताया कि नरेश ने रेलवे के ही कुछ कर्मचारियों से ब्याज पर रकम उधार ले रखी थी। दस व 15 रुपए सैकड़े का ब्याज वह अदा कर रहा था लेकिन कुछ समय से ब्याजखोर उसको परेशान करने लगे थे। कुछ दिन पहले कैरिज कारखाने में उसके साथ मारपीट भी की गई थी। छोटे भाई कमल कुमार ने बताया कि नरेश ने उसे कार पर लोन लेकर ब्याज का पैसा चुकाने की बात कही थी लेकिन कुछ मोहलत मांग रहा था लेकिन आरोपित उसको परेशान कर रहे थे।
चेक बाउंस पर मुकदमा दर्ज
पुलिस को मिले सुसाइड नोट में नरेश कुमार ने लिखा कि ब्याजखोर से उसने एक लाख रुपए लिए थे उसने 4 लाख रुपए अदा कर दिए लेकिन कर्ज नहीं चुका। आरोपित ने उसके दो चेक पर दो-दो लाख रुपए लिखकर चेक बाउंस करवा दिए। उसके खिलाफ मुकदमे दर्ज करवा दिए। इसके बाद भी आरोपित उसको आए दिन धमकाता था। उसने शनिवार तक रकम नहीं दी तो मोहल्ले में आकर बेइज्जत करने की धमकी दी थी।
पुलिस को मिले सुसाइड नोट में नरेश कुमार ने लिखा कि ब्याजखोर से उसने एक लाख रुपए लिए थे उसने 4 लाख रुपए अदा कर दिए लेकिन कर्ज नहीं चुका। आरोपित ने उसके दो चेक पर दो-दो लाख रुपए लिखकर चेक बाउंस करवा दिए। उसके खिलाफ मुकदमे दर्ज करवा दिए। इसके बाद भी आरोपित उसको आए दिन धमकाता था। उसने शनिवार तक रकम नहीं दी तो मोहल्ले में आकर बेइज्जत करने की धमकी दी थी।
पत्नी से मांगी माफी नरेश कुमार ने सुसाइड नोट में पत्नी से माफी मांगी है। उसने उसके नहीं रहने पर तीन बच्चों को लेकर पीहर चले जाने की बात कही। पुलिस ने सुसाइड नोट को भी जांच में रखा है।
रेलवे कर्मचारी नरेश कुमार के परिजन ने लापता होने और कार के चौपाटी पर खड़े होने की सूचना दी। कार में सुसाइड नोट मिला है। जिसमें ब्याज की रकम व ब्याजखोरों से परेशान होकर आत्महत्या की बात लिखी है। मामले में फिलहाल तफ्तीश में रखा है।
-दिनेश कुमावत, थानाप्रभारी क्रिश्चियन गंज
-दिनेश कुमावत, थानाप्रभारी क्रिश्चियन गंज
रेलवे में लम्बी हैं जड़ें रेलवे लोको व कै रिज कारखाने में ब्याज के गोरखधंधे की जड़ें गहरी बैठी हुई है। अधिकांश रेलवे कर्मजारी ब्याजखोरों के चंगुल में फंसे है। खास बात यह है कि सूदखोर 1-2 नहीं बल्कि 5 से 15 रुपए सैकड़ा तक वसूलते हैं। ऐसे में रेलवे कर्मचारी ब्याज चुकाने में ही अपना जीवन खपा देते है। नरेश कुमार ने भी अपने सुसाइट नोट में तीन ब्याजखोर को नामजद किया है। जिसमें दो रेलवे के कर्मचारी है।