आजादी के बाद से अब तक हुए 13 विधानसभा चुनावों में अगर गौर करें तो कुछ विधानसभा चुनाव में महिला को प्रतिनिधित्व बहुत कम मिला है। अजमेर के उत्तर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा-कांग्रेस ने हमेशा पुरुष उम्मीदवारों को ही टिकट दिए। यहां एक बार भी महिला उम्मीदवार इन दलों से चुनाव नहीं लड़ पाईं। वहीं नसीराबाद विधानसभा क्षेत्र में आजादी के बाद से अब तक कांग्रेस ने पुरुषों को ही टिकट दिया।
भाजपा ने भी विधानसभा के सभी चुनावों में पुरुषों को टिकट दिया मगर 2014 के विधानसभा उपचुनाव में सरिता गैना को टिकट देकर इस कमी को पूरा कर दिया। इसी तर्ज पर ब्यावर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने भी अब तक पुरुष उम्मीदवार ही मैदान में उतारे हैं। पूर्व में जब भिनाय विधानसभा क्षेत्र रहा तक यहां से भगवती देवी एवं नीलिमा शर्मा भी विधायक रह चुकी हैं।
इन महिलाओं को मिले हैं अब तक टिकट -अजमेर दक्षिण : अनिता भदेल (भाजपा-तीन बार जीत), भगवती देवी (कांग्रेस-हार)
-मसूदा : सुशील कंवर पलाड़ा (भाजपा-एक बार जीत) नीलिमा (कांग्रेस-हार) पुष्कर : नसीम अख्तर (कांग्रेस-एक बार जीत-एक बार हार), प्रभा मिश्रा (कांग्रेस-तीन बार जीत), सूरज देवी (कांग्रेस-जीत)
-केकड़ी : जमुना सोलंकी (कांग्रेस-एक बार हार, एक जीत) भगवती देवी (कांगे्रस-हार), रिंकू कंवर (भाजपा-हार)
-मसूदा : सुशील कंवर पलाड़ा (भाजपा-एक बार जीत) नीलिमा (कांग्रेस-हार) पुष्कर : नसीम अख्तर (कांग्रेस-एक बार जीत-एक बार हार), प्रभा मिश्रा (कांग्रेस-तीन बार जीत), सूरज देवी (कांग्रेस-जीत)
-केकड़ी : जमुना सोलंकी (कांग्रेस-एक बार हार, एक जीत) भगवती देवी (कांगे्रस-हार), रिंकू कंवर (भाजपा-हार)
-ब्यावर : चन्द्रकांता मिश्रा (कांग्रेस-हार)
-किशनगढ़ : प्रभा ठाकुर (कांग्रेस-हार) -नसीराबाद : सरिता गैना (भाजपा-उपचुनाव में हार)
-किशनगढ़ : प्रभा ठाकुर (कांग्रेस-हार) -नसीराबाद : सरिता गैना (भाजपा-उपचुनाव में हार)