शिकायत में बताया कि उसने 1995 में दौराई में सवा 3 सौ वर्गगज का भूखंड खरीदा। साल 2015 में अजमेर विकास प्राधिकरण से भूखंड का पट्टा बनवा लिया। लेकिन रातीडांग निवासी आसिफ चीता व अन्य ने कूटरचित दस्तावेज तैयार कर भूखंड हड़प करते हुए दो अन्य व्यक्ति को बेचान कर दिया। प्रकरण दर्ज होने के बाद पड़ताल में सामने आया कि आसिफ ने उक्त भूखंड दो हिस्से में एससी/एसटी वर्ग के राजू व आरती को 12 लाख रुपए में बेचान किया। पुलिस ने जुर्म प्रमाणित पाए जाने पर आसिफ चीता को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपितों से दस्तावेजों के संबंध में पड़ताल में जुटी है।