हो रही है मनमानी वसूली रोडवेज बसें बंद होने का फायदा निजी बस व टैक्सी ऑपरेटर जम कर उठा रहे हैं। यात्रियों से जयपुर तक का ही चार गुना किराया वसूला जा रहा है। अजमेर पुष्कर व किशनगढ़ व नसीराबाद के बीच सिटी बस के रुप में चलने वाली अजमेर आगार की बसें भी बंद होने से शहर में यात्रा करने वाले दैनिक यात्रियों, विद्यार्थियों कामकाजी महिलाओं सहित अन्य लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।
हड़ताल बढ़ाएगी घाटा राजस्थान पथ परिवहन निगम पहले की करोड़ों रुपए के घाटे में चल रही है। पिछले पांच दिन से कर्मचारियों की अनिश्चित कालीन हड़ताल के कारण घाटे में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। हड़ताल के कारण अजमेर तथा अजयमेरू आगार को अब तक करीब डेढ़ करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है। अन्य जिलों की तीस बसें व उनका क्रू भी हड़ताल के कारण बस स्टैंड पर ही फंसा हुआ है।