सीसीटीवी कैमरे लगे होते तो… उन्होंने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने जिले में 800 सीसीटीवी कैमरे लगाने की स्वीकृति प्रदान की थी, लेकिन कांग्रेस राज में 132 कैमरे ही लगाए गए हैं। पिछले छह-सात माह से इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। आरोपित सीसीटीवी कैमरे में कैद जरूर हुए हैं, लेकिन फुटेज धुंधले होने के चलते पहचान में नहीं आ रहे हैं। ऐसे में सभी जगह सीसीटीवी कैमरे लगे होते तो आरोपियों की शीघ्र पहचान हो जाती।
विधायक रावत भी रहे साथ जिला पुलिस अधीक्षक,अजमेर से मुलाकात के दौरान ब्यावर विधायक शंकर सिंह रावत भी सांसद दीयाकुमारी के साथ रहे। विधायक रावत ने भी कहा कि अपराधियों पर अंकुश नहीं होने से दुष्कर्म के मामले बढ़ रहे हैं। ब्यावर में बालिका से सामूहिक दुराचार गंभीर चिंता का विषय है। उधर, राजसमंद सांसद ने कहा कि प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था व दुराचार की बढ़ती घटनाओं को लेकर वे मुख्यमंत्री से भी मुलाकात करेंगी। आपराधिक घटनाओं में वृद्धि से युवा भी कुंठित है।
कुछ आरोपियों को लिया हिरासत में
पुलिस अधीक्षक ने सांसद दीया कुमारी को बताया कि ब्यावर में बालिका से दुराचार मामले में कुछ आरोपियों को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। ब्यावर मामले में नजर रखी जा रही है। शुक्रवार रात ब्यावर जाकर भी उन्होंने पूरे मामले की जानकारी ली है।
ब्यावर की जनता में गुस्सा ब्यावर में बालिका से सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर जनता में काफी गुस्सा है। शनिवार को दिनभर कई स्वयंसेवी संगठनों ने विरोध कर आरोपितों की गिरफ्तरी व फांसी देने की मांग की। मामले में शनिवार दोपहर तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई। पुलिस ने अलग-अलग दल गठित कर संभावित ठिकानों पर भिजवाए हैं।
अब तक आरोपितों के सुराग नहीं लग सके हैं। पुलिस ने इस मामले को लेकर आरोपितों के सम्पर्क वालों से अलग-अलग पूछताछ की है, जबकि देर रात तक पुलिस अधीक्षक व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने ब्यावर पहुंचकर मामले की जांच की।
गिरफ्तारी नहीं हो सकी पुलिस उपअधीक्षक हीरालाल सैनी ने बताया कि दुराचार के मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इस मामले को लेकर पुलिस ने अलग-अलग दल बनाकर देर रात ही रवाना कर दिए। इन गठित टीम की ओर से अलग-अलग स्थानों पर दबिश दी गई लेकिन सफलता नहीं मिल सकी। हालांकि पुलिस ने इस मामले को लेकर सीओ सर्किल के अन्य थानों के टीमों को स्पेशल टीम में शामिल किया गया है।
पहचान उजागर करने वालों पर गिर सकती है गाज मासूम बालिका के साथ दुराचार मामले के बाद सोशल साइट पर कुछ लोगों ने उनकी पहचान को उजागर कर दिया। इसकी जानकारी लगते ही पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया। पुलिस सोशल साइटपर डाली गई क्लिप को लेकर जानकारी जुटा रही है। पुलिस पड़ताल में सामने आया है कि कुछ लोगों ने पीडि़ता के परिवार वालों की पहचान छुपाने को लेकर सावधानी नहीं बरती। ऐसे में अब पुलिस सोशल साइट पर डाली गई सभी क्लिप के बारे में छानबीन कर रही है।
रैली निकाल जताया रोष, कडी कार्रवाई की मांग बालिका से दुराचार मामले में कई संगठनों के पदाधिकारियों ने रैली निकालकर आक्रोश जताया। उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम सौंपे। इसमें आरोपितों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। सर्व दलित समाज कें मेघराज बोहरा, देवीलाल खटनाल, रामलाल लखन, सतीश जाग्रत, नेमीचन्द राठौड, नाथूलाल, जयंती चांदावत सहित अन्य शामिल रहे।
इसी प्रकार श्री कृष्ण मंदिर बसीठा समाज,आदर्श मेघवाल (मेघवंशी) जागृति सेवा समिति,राष्ट्रीय मुस्लिम ब्रिगेड, राष्ट्रीय शोषित परिषद,बहुजन समाज पार्टी, ज्ञान गंगा अम्बेडकर विकास संस्थान,यूथ फॉर अम्बेडकर सहित अन्य ने भी ज्ञापन देकर आरोपितों पर तत्काल कार्रवाई करने की मांग की।
पुलिस बरत रही लापरवाही ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के पूर्व संगठन महासचिव घनश्याम वर्मा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने ब्यावर में बालिका से गैंगरेप की निंदा करते की है। वर्मा ने बताया कि शहर में आए दिन अपराध हो रहे है। ऐसे में पुलिस प्रशासन लापरवाही बरत रहा ह
परिजन को 50 हजार की सहायता राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश), अजमेर विनोद कुमार भारवानी के मार्गनिर्देशन में सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीष डॉ. शक्ति सिंह शेखावत ने ब्यावर में घटित दुराचार की घटना पर संज्ञान लेते हुए दुराचार पीडि़ता बालिका के परिवार को 50,000 रुपए की अंतरिम प्रतिकर राशि स्वीकृत कराई है।
डॉ. शेखावत ने बताया कि इस प्रकार की घटनाएं समाज में अभिशाप है। प्राधिकरण ने सामाजिक कार्यकर्ताओं के माध्यम से पीडि़त परिवार को ढाढस भी बंधवाया है। प्राधिकरण सचिव डॉ. शेखावत ने अस्पताल प्रशासन, चिकित्सकों को निर्देशित किया कि बालिका का प्रभावी व त्वरित उपचार किया जाए।