देवनानी ने कहा कि अदालतों में मुकदमों की बढ़ती तादाद चिंताजनक है। युवा वकीलों को सस्ता, सुलभ और त्वरित न्याय दिलाने की कोशिश करनी चाहिए। साथ हीअपनी क्षमता को पहचानकर जीवन में लक्ष्य तय करने चाहिए। विधि क्षेत्र में भी अब चुनौतियां बढ़ रही हैं।
विद्यार्थियों को श्रेष्ठ वकील बनकर गरीबों और पीडि़तों को त्वरित न्याय के प्रयास करने चाहिए। छात्रसंघ को भी संस्थाओं के साथ-साथ सामाजिक उत्तरदायित्व से जुड़े कार्यों पर जोर देना चाहिए। इससे ही देश विकसित और समृद्ध हो सकेगा।
डॉ. अशोक मेघवाल ने कहा कि अदालतों पर बोझ बढ़ रहा है। समाज के हर तबके की निगाहें न्यायिक क्षेत्र पर हैं। युवा वकीलों को विकास में भागीदार बनना चाहिए। अभाविप के विभाग संगठन मंत्री सोहन शर्मा ने भी विद्यार्थी हित में कामकाज की बात कही।
प्राचार्य डॉ. डी. के. सिंह ने स्वागत किया। छात्रसंघ अध्यक्ष रचित कच्छावा, उपाध्यक्ष संजय परसोया, महासचिव धर्मेन्द्र बाज्या और संयुक्त सचिव मुकेश मेघवाल ने स्वागत किया। डीन छात्र कल्याण आर. सी. मीणा ने धन्यवाद दिया।
देरी के कारण कार्यक्रम जल्द….
देवनानी को एक स्कूल में लेपटॉप वितरण कार्यक्रम में जाना था। देरी के चलते उन्होंने कार्यक्रम जल्द कराया। जिला प्रमुख वंदना नौगिया, पूर्व जिला प्रमुख सरिता गैना, घूघरा सरपंच पूजा भंसाली ने भाषण नहीं दिया। समापन समारोह से पहले राष्ट्रगान भी नहीं हुआ। समारोह में पार्षद अनीश मोयल, कुंदन वैष्णव और अन्य मौजूद थे।
देवनानी को एक स्कूल में लेपटॉप वितरण कार्यक्रम में जाना था। देरी के चलते उन्होंने कार्यक्रम जल्द कराया। जिला प्रमुख वंदना नौगिया, पूर्व जिला प्रमुख सरिता गैना, घूघरा सरपंच पूजा भंसाली ने भाषण नहीं दिया। समापन समारोह से पहले राष्ट्रगान भी नहीं हुआ। समारोह में पार्षद अनीश मोयल, कुंदन वैष्णव और अन्य मौजूद थे।
कांग्रेस पूछ रही आउट ऑफ कोर्स सवाल.. प्रदेश महामंत्री एवं राजस्थान धरोहर संरक्षण एवं प्रोन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष ओंकारसिंह लखावत ने कहा कि कांग्रेस विकास के मुद्दे पर चुनाव नहीं लडऩा चाहती। राजस्थान में भाजपा को 2013 में जनादेश मिला और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पौने पांच साल में बिजली, शिक्षा सहित सभी क्षेत्रों में विकास कार्य करवाएं हैं। लेकिन कांग्रेस आंकड़ों से भाग रही है और आउट ऑफ कोर्स बातें कर रही है। इसके लिए कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट को जवाब देना पड़ेगा।