…खून में सना डंडा मिला
सूचना पर फोरेंसिक साइंस लेब के डॉ. कैलाशचन्द व कार्यप्रणाली शाखा प्रभारी तेजाराम जाट व डाग स्क्वायर्ड की टीम पहुंची। एफएसएल, एमओबी की टीम ने घटनास्थल से सेम्पल लिए जबकि मस्जिद की दीवार के पीछे की तरफ दो डंडे बरामद किए। इसमें खून में सना एक भारी भरकम डंडा है, जो फावड़े या कैंदी का हत्था(बांसा) है। वहीं कमरे के फर्श, दीवार(टाइल) व गदे पर मिले खून के नमूने उठाए। खास बात यह रही कि बच्चों ने इमाम के सिर में लगी चोट पर कपड़ा लगाकर खून रोकने का भी प्रयास किया।
दो दिन पहले लौटे अजमेर
पड़ताल में आया कि इमाम मोहम्मद माहिर दौराई मस्जिद में 7-8 साल से मौलवी थे। दो माह पहले मस्जिद कमेटी की ओर से संचालित मदरसे के इमाम मोहम्मद जाकिर की मृत्यु के बाद मौलवी मोहम्मद माहिर को इमाम नियुक्त कर दिया था। कोविड-19 से पहले मदरसे में 40 से ज्यादा बच्चे तालिम ले रहे थे। यूपी रामपुर के छह बच्चे यहां मोहम्मद माहिर के पास तालिम ले रहे थे। रमजान माह में छुट्टी माने के बाद दो दिन पहले मोहम्मद माहिर और बच्चे दौराई लौटे थे।
मस्जिद को लेकर था विवाद
प्रारंभिक पड़ताल में आया कि मस्जिद कमेटी व स्थानीय लोगों में आपसी विवाद चल रहा है। जहां कुछ लोगों ने बताया कि कमेटी से जुड़े लोगों ने मस्जिद को बेचने की तैयारी की बात भी सामने आई है। मस्जिद में संचालित मदरसे को लेकर भी कुछ लोगों में नाराजगी थी। अब तक सामने आए अलग-अलग तथ्य और विवाद पर पुलिस प्रकरण से जुड़े तमाम पहलू पर गहनता से पड़ताल में जुटी है।
इनका कहना है…
दौराई कंचन नगर मस्जिद में तीन नकाबपोश ने इमाम की हत्या की वारदात अंजाम दी गई है। शव को मोर्चरी में रखवाया है। एफएसएल, एमओबी और डॉग स्क्वायर्ड ने घटनास्थल से साक्षय जुटाए है। प्रकरण में मुकदमा दर्जकर अनुसंधान किया जा रहा है।