scriptAwareness: मत करें कन्या भ्रूण हत्या, खुलकर मुस्कुराने दें बेटियों को | Daughters are precious for family and country | Patrika News

Awareness: मत करें कन्या भ्रूण हत्या, खुलकर मुस्कुराने दें बेटियों को

locationअजमेरPublished: Sep 15, 2018 05:17:59 am

Submitted by:

raktim tiwari

www.patrika.com/rajasthan-news

save daughters programme

save daughters programme

अजमेर.

कन्या भ्रूण हत्या अपराध है। बेटियों को खुलकर जीने का अधिकार देना चाहिए। यह बात सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय की प्राणी शास्त्र विभाग की सह आचार्य डॉ. रीना व्यास ने कायड़ ग्राम पंचायत में आयोजित बेटी पंचायत कार्यक्रम के तहत कही।
डॉ. व्यास ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या कलंकित अपराध है। बच्चियों को कोख में कत्ल करने के बजाय उन्हें दुनिया में आने देना चाहिए। बेटियों का सही तरीके से लालन-पालन और शिक्षा सुविधा मिले तो वह परिवार का नाम रोशन कर सकती है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और सरकार ने जागरुकता के लिए बेटियां अनमोल कार्यक्रम चलाया है। इस दौरान डैप रक्षकों ने वीडियो के माध्यम से बेटी बचाओ कार्यक्रम की जानकारी दी। ग्रामीणों को कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम की शपथ दिलाई गई। सुपरवाइजर बीना, एएनएम राजकुमारी, कॉर्डिनेटर ओम टेपन, राजकुमार सेन ने सहयोग दिया।
तुरन्त सुधारें फार्म में रही गलती, वरना फिर नहीं मिलेगा ये मौका

पुलिस उप निरीक्षक/प्लाटून कमांड भर्ती-2016 के तहत एसएसओ-आईडी से नए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को ऑनलाइन फार्म में संशोधन का मौका दिया गया है। यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सचिव पी. सी. बेरवाल ने बताया कि आयोग ने उप निरीक्षक/प्लाटून कमांडर के पदों की भर्ती परीक्षा-2016-17 के तहत अभ्यर्थियों से एसएसओ आईडी रिक्रूटमेंट पोर्टल के माध्यम से नवीन ऑनलाइन आवेदन भरवाए गए थे। ऐसे अभ्यर्थी शनिवार से आवेदन पत्र में ऑनलाइन संशोधन कर सकेंगे। यह सुविधा 21 सितम्बर को रात्रि 12 बजे तक लिेगी। इसके बाद लिंक निष्क्रिय हो जाएगा।
पुष्कर से हुई थी सृष्टि की रचना, धार्मिक ग्रंथों में है जिक्र

सृष्टि की रचना पुष्कर से हुई थी। यह बात भारतीय इतिहास संकलन समिति और इन्टैक अजमेर चेप्टर के संयुक्त तत्वावधान में आर्यभट्ट कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. भरत झुंझुनवाला ने कही।ईसाई, मुस्लिम तथा हिंदू सबके प्रवर्तक एक है…विषय पर बोलते हएि डॉ. झुंझनवाला ने कहा कि चारों वेद, पुराण, कुरान, बाइबिल का उन्होंने विस्तार से अध्ययन किया। इसके मुताबिक पुष्कर में सृष्टि की रचना हुई है। सभी ग्रंथों में चार नदियों का उल्लेख है। पुष्कर की भौगोलिक स्थिति चार नदियों से मिलती है। इन ग्रंथों में नगरों के नाम में भी समानता बताई गई है। डॉ. एन. के. उपाध्याय ने स्वागत किया। इन्टैक के अजमेर चेप्टर के संयोजक महेंद्र विक्रम सिंह ने स्मृति चिन्ह भेंट किया। संचालन डॉ. हरीश बेरी ने किया।

ट्रेंडिंग वीडियो