घरों में बनने वाले हलवा, खीर, पान आदि खाद्य सामग्री में डाली जाने वाली इलायची अब रसोईघर और पान की दुकानों से दूर होती जा रही है। इसका मुख्य कारण पिछले एक माह में इसके भावों का आसमान छूना है।
शहर के किराना व्यवसायी पवन कुमार जैन ने बताया कि एक महीने पहले हरी इलायची के 2800 से 3000 रुपए प्रति किलो के भाव चल रहे थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से भावों में उछाल के चलते 3600 से 4200 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए हैं।
READ MORE : विदेशी आंगन में खिल रहे हमारे फूल इसमें भी मुख्य बात यह है कि यह तो सामान्य क्वालिटी की इलायची के भाव हैं। उच्च क्वालिटी की इलायची के भावों में तो और भी तेजी है। भावों में तेजी के कारण इसकी बिक्री पर भी असर पड़ा है।
भावों में तेजी के कारण समारोह आदि के खाने में डाली जानी वाली इलायची की मात्रा घटकर अब आधी रह गई है। आगामी दिनों में इसके भावों में ओर तेजी आने से इनकार नहीं किया जा सकता है।
बारिश के कारण खराब हुई खेती जानकारों की मानें तो इलायची की सर्वाधिक पैदावार केरल और कर्नाटक में होती है। पिछले साल बाढ़ आने से फसल खराब हो गई थी। बाढ़ में मिट्टी बहने के कारण जमीन की उपजाऊ क्षमता भी घट गई।
READ MORE : अजमेर की इस दरगाह में अब कई स्थानों पर रात को सोने व रुकने पर पाबंदी इसके कारण अब जो इलायची पैदा हो रही है, उसकी क्वालिटी पहले के मुकाबले काफी कमजोर बताई जा रही है। इसके कारण भी इसके भावों में तेजी बनी हुई है।
इलायची के फायदे इलाचयी खाने से मुंह की बदबू दूर होती है। हाजमा की प्रकिया दुरुस्त करती है। एसिडिटी से निजात मिलती है। फेफड़ों की समस्या का निदान रक्त अल्पता को कम करती है
विषैले तत्वों को दूर करती है दिल की धड़कन की गति सुधरती है