सुबह का सूर्य उदित होने पर समस्त प्राणियों को ऊर्जा प्रदान कर कर्मशील होने का संदेश देता है। जहां मनुष्य भोर ढलते ही अपनी दिनचर्या के अनुसार दिनभर अपना पेट पालने के लिए मेहनत मशक्कत करते हैं वहीं पंछी भी दूर-दूर तक उड़ान भरके अपना चुग्गा-पानी तलाशते हैं। दिनभर की थकन के बाद शाम ढलने के साथ ही पंछी भी अपने घरौंदों को लौट आते हैं। अजमेर में सूर्यास्त के समय अपने आशियानों की ओर परवाज भरता पंछियों का समूह।