प्लास्टिक और पुन:चक्रित पॉलीथिन पर्यावरण ही नहीं आमजन के स्वास्थ्य के लिए भी घातक है। सरकार ने भी इनसे बनी कई वस्ताओं पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसके बावजूद लोग धड़ल्ले से प्लास्टिक से बने डिस्पोजल गिलास, चम्मच व प्लेट आदि का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में चिकित्सकों ने ‘नो प्लास्टिक यूज’ मुहिम शुरू की है। अजमेर में चल रहे फिजिशियन चिकित्सकों के राज्य स्तरीय अधिवेशन में प्लास्टिक से बनी वस्तुओं कैंपर, डिस्पोजल गिलास की बजाय मिट्टी के टोंटी लगे मटके और कुल्लड़ इस्तेमाल किए गए। अधिवेशन में आए चिकित्सकों को पीतल के चरे से निकालकर कुल्लड़ में गर्मागर्म चाय परोसी गई।