उच्च वरीयता वाले अभ्यर्थी भी आवंटन सूची में शामिल नहीं है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने के कारण जल्द आचार संहिता लगेगी। ऐसे में उनकी नियुक्ति अभिशंषा जल्द सरकार और शिक्षा विभाग को भिजवाई जानी चाहिए। इस दैारान सोनू, पंकज कुमार, गौतम लाल, संतोष कुमार, राजूलाल महावर, सरजू, चित्रा अग्रवाल, नेहा जोशी, मनीषा, अक्षय कुमार और अन्य मौजूद थे।
पहुंचे सचिव के घर अभ्यर्थी पहले ज्ञापन देने आयोग कार्यालय पहुंचे। यहां अधिकारी मौजूद नहीं होने पर वे सचिव पी. सी. बेरवाल के घर पहुंचे। उन्होंने बेरवाल को ज्ञापन देकर समस्या के जल्द समाधान करने की मांग की।
पीएचडी प्रवेश परीक्षा का इंतजार शोध करने के इच्छुक विद्यार्थियों को महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय की पीएचडी प्रवेश परीक्षा का इंतजार है। विश्वविद्यालय कार्यक्रम बनाने में जुटा है। कुलपति की मंजूरी मिलने के बाद परीक्षा के आवेदन लेने शुरू होंगे।
यूजीसी के निर्देश पर सभी विश्वविद्यालयों ने देश में वर्ष 2009-19 से पीएचडी प्रवेश परीक्षा कराना शुरू किया। इसमें महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय भी शामिल है। विश्वविद्यालय ने वर्ष 2010, 2011, 2015 और 2016 में परीक्षा कराई। यूजीसी के प्रतिवर्ष परीक्षा कराने के निर्देशों की यहां कभी पालना नहीं हुई। पहले कोर्स वर्क बनाने में देरी हुई।
फिर कोर्स वर्क को लेकर कॉलेज और विश्वविद्याल में ठनी रही। कुलपति प्रो. कैलाश सोडाणी के प्रयासों से पीएचडी के जटिल नियमों में बदलाव हुए। विश्वविद्यालय ने 2015 और 2016 में परीक्षा कराई। काफी प्रयासों के बाद 2017 में परीक्षा कराई गई।..तो इस साल होगी परीक्षानियमानुसार विश्वविद्यालय को इस साल भी पीएचडी प्रवेश परीक्षा करानी है।