पांव कटे एक मरीज को अस्पताल में कोई व्हीलचेयर नहीं मिली। मरीज अपने साथ आए बुजुर्ग के कंधों पर हाथ रखकर एक पैर से उछाल भरते हुए वह अस्पताल के अंदर पहुंच पाया। अजमेर के जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में बुधवार को हादसे में पैर गंवाने वाला एक मरीज प्रशासनिक भवन के सामने वाले गेट में रैंप से चढ़ता हुआ पहुंचा।
मरीज एक पैर से ऊंची उछाल मारते हुए आगे बढ़ रहा था तो बुजुर्ग के कंधों को पकड़ कर अंदर चिकित्सक तक पहुंचा। मूल रूप से टोंक निवासी मरीज ने बताया कि टेम्पो चालक ने सड़क पर उतार दिया, लेकिन यहां कोई व्हील चेयर नहीं मिली तो सहारे से अस्पताल में आ पाया।
बुजुर्ग ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि ऐसी हालत में मरीज कैसे अस्पताल के अंदर पहुंचे। अस्पताल परिसर बड़ा है, जांचें भी दूर होती हैं। यहां व्हीलचेयर की व्यवस्था पर्याप्त होनी चाहिए।