दोनों पक्ष ने लगाए आरोप प्रत्यारोप
घायल सीताराम का आरोप है कि उसे सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में सरकारी कर्मचारी की ओर से कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करने की जानकारी मिली। उसने सोशल मीडिया पर इसके संबंध में पोस्ट डाल दी। पोस्ट डालने से नाराज अनिल व उसके समर्थकों ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया। दूसरी ओर अनिल पाराशर का आरोप है कि सीताराम ने उसकी पत्नी के साथ अभद्रता की। जानकारी अनुसार सीताराम की ओर से सोशल मीडिया पर डाली गई पोस्ट में नजर आ रहा सरकारी कर्मचारी अनिल पाराशर का बड़ा भाई है। गौरतलब है कि अनिल पाराशर उर्फ सर व सीताराम सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं।
इनका कहना है…
प्रकरण में अभी दोनों पक्ष की ओर से शिकायत नहीं दी गई है। घायल सीताराम को अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में भर्ती करवाया है। प्रकरण में अनुसंधान किया जा रहा है।