एटीएस के उपाधीक्षक हर्ष उपाध्याय ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले के भोजका गांव निवासी शिवम डामोर (26), मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के सिटीनगर निवासी प्रविण श्रीवास (23), राजकोट जिले के लोठडा गांव निवासी संजय मेर (23), राजकोट शहर कोठी कंपाउंड निवासी राजू सरवैया (30), सुरेन्द्रनगर जिले की मूली तहसील के वगडिया गांव निवासी विपुल सानिया (30) और सुरेन्द्रनगर जिले की चोटीला तहसील के वास्कुर कला गांव निवासी मनोज चौहान (25) शामिल हैं।
अब तक की जांच में सामने आया कि आरोपी शिवम बीते तीन साल से झाबुआ से गुजरात के अलग अलग जिलों में निजी बस चला कर लाता है। मुख्य रूट झाबुआ से जामखंभालिया का है। इसने बीते तीन महीने में ही 20 पिस्तौल बेची हैं। तीन साल में कितनों को बेची उसकी पूछताछ की जा रही है। 25 अप्रेल को इसके 5 पिस्तौल लेकर आए होने का पता चलने पर इसे नारोल ब्रिज के पास से पकड़ा। इसके पास से 5 पिस्तौल और 20 कारतूस बरामद किए थे। पूछताछ के आधार पर अन्य लोगों का पता चला, जिसके तहत अलग अलग जिलों में दबिश देकर अन्य पांच आरोपियों को पकड़ा।
मुख्य आरोपी शिवम बस चालक
उपाध्याय ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में शिवम डामोर मुख्य आरोपी है। वह म.प्र.के झाबुआ व अन्य जिलों से 30 से 35 हजार रुपए में खरीदता था। बस में यात्रियों के सामान में व अन्य तरीके से छिपाकर यहां लाता और फिर यहां अलग-अलग जिलों में उसके संपर्क में रहने वाले लोगों को 50-52 हजार में बेचता था। अन्य आरोपी पकड़े गए हैं, उनकी पूछताछ में सामने आया कि वे भी शिवम से हथियार खरीदने के बाद इसे मुनाफा जोड़कर उसे 70-75 हजार रुपए में अन्य को बेचते थे।