ज्ञानोदय हिंदी माध्यमिक स्कूल अवैध तरीके से वस्त्राल स्थानांतरित
अहमदाबादPublished: Feb 18, 2019 10:05:18 pm
एनएसयूआई ने संचालकों पर लगाए गंभीर आरोप, फर्जी दस्तावेज देकर शिक्षा विभाग को गुमराह करने का आरोप
ज्ञानोदय हिंदी माध्यमिक स्कूल अवैध तरीके से वस्त्राल स्थानांतरित
अहमदाबाद. जमालपुर स्थित ज्ञानोदय हिंदी माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक स्कूल में से माध्यमिक स्कूल को अवैध तरीके से जमालपुर से वस्त्राल में स्थानांतरित किए जाने का मामला सामने आया है।
छात्र संगठन एनएसयूआई के गुजरात यूनिवर्सिटी परिसर अध्यक्ष नारायण भरवाड़ ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि ज्ञानोदय मंडल संचालित जमालपुर की ज्ञानोदय हिंदी माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक स्कूल में से सिर्फ उच्चतर माध्यमिक स्कूल (11वीं-12वीं) को ही जमालपुर से वस्त्राल में स्थानांतरित करने की मंजूरी ट्रस्टियों-संचालकों को शिक्षा विभाग की ओर से दी गई थी। लेकिन संचालकों ने अवैध तरीके से ज्ञानोदय हिंदी माध्यमिक स्कूल (9वीं-10वीं) को भी जमालपुर से वस्त्राल में स्थानांतरित कर दिया।
इसके लिए शिक्षा विभाग के समक्ष उनके पास खेलकूद का मैदान किराए पर उपलब्ध होने से जुड़़े फर्जी दस्तावेज भी पेश किए होने का आरोप लगाया है। जिस सोसायटी के कॉमन प्लॉट को खेलकूद के मैदान के लिए उपलब्ध बताया गया है और जिस सर्वे नंबर की जमीन होने की बात कही है उस जमीन पर ऐसी किसी संबंधित संस्था की कोई जमीन ही नहीं है ना ही कोई कॉमन प्लॉट उपलब्ध है। इतना ही नहीं जमालपुर परिसर में नया निर्माण कार्य करने के नाम पर वस्त्राल इलाके में स्कूल को स्थानांतरित किया गया, लेकिन डेढ़ साल बाद भी कोई काम जमालपुर स्थित परिसर में शुरू नहीं हुआ है।
इस बाबत शिक्षा विभाग में, डीईओ, शिक्षामंत्री के समक्ष शिकायत करने पर डीईओ की ओर से कराई गई जांच में अवैध तरीके से ज्ञानोदय हिंदी माध्यमिक स्कूल को भी स्थानांतरित करने की बात सामने आई है। जिस पर डीईओ ने स्कूल के संचालकों और ट्रस्ट को नोटिस जारी कर २५ प्रतिशत ग्रांट क्यों ना काटी जाए उस संदर्भ में नोटिस जारी किया है।
छात्रनेता नारायण भरवाड़ का आरोप है कि स्कूल की जमीन साबरमती रिवरफ्रंट के समीप है। रिवरफ्रंट बनने से जमीन के भाव काफी बढ़ गए हैं ऐसे में जमीन को बेचने की स्कूल संचालकों और ट्रस्ट की मंशा जान पड़ती है। इसलिए अवैध तरीके से स्कूल को स्थानांतरित किया गया।