तांत्रिक विधि के बहाने 10.50 लाख का सोना लेकर चार जने फरार
राजकोट. शहर के एक प्रोढ़ एवं उसके मित्र से बीमारी सहित परिवार की परेशानियां दूर करने के लिए तांत्रिक विधि के बहाने 10.50 लाख रुपए का सोना लेकर फरार होने का मामला चार अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध शहर ए डिविजन पुलिस थाने में गुरुवार देर रात को दर्ज हुआ है।
सूत्रों के अनुसार शहर में मोरबी रोड पर अक्षरधाम सोसायटी निवासी व शापर-वेरावल में कारखाने में काम करने वाले राजेश केशु रूपापरा (42 वर्ष) ने इस संबंध में मामला दर्ज करवाया है। शिकायत में आसिफ उर्फ सोनु मलिक, जाकिर उर्फ गुरुजी मलिक, नदीम अहमद खान व जिब्रान के विरुद्ध आरोप लगाया गया है।
शिकायत के अनुसार राजेश व उसके मित्र जगदीश पीठवा से कुल 10.50 लाख रुपए का सोने धोखाधड़ी कर ले गए। आरोप है कि करीब ढाई महीने पहले स्थानीय टीवी चैनल पर किसी प्रकार की समस्या के निराकरण के लिए विज्ञापन दिया गया। इसमें गुरु मोसाजी बंगाली बाबा के नंबर दिए गए। इस कारण राजेश ने उस नंबर पर फोन कर अपने व परिवार को बीमारी से परेशान रहना बताया।
शिकायत के अनुसार बंगाली बाबा ने प्रमुख स्वामी आर्केड में दूसरी मंजिल स्थित कार्यालय पर बुलाया। वहां नदीम व जिब्रान बैठे थे। भीतर के कमरे में सोनु उर्फ आसिफ ने कहा कि जाकिर उर्फ गुरुजी मलिक ने जन्म तारीख पूछी। बाद में कहा कि उसे एक व्यक्ति परेशान करता है। इसलिए 300 ग्राम सोना मिट्टी के बर्तन में रखकर तांत्रिक विधि करवानी पड़ेगी।
शिकायत के अनुसार तीन दिन तक तांत्रिक विधि चली, इसके बाद राजेश ने उसके मित्र जगदीश पीठवा से बात की और उसको भी परेशानी होने के कारण दोनों मित्र तांत्रिक विधि करवाने पहुंचे। जगदीश ने भी 150 ग्राम सोने के जेवर तांत्रिक विधि के लिए मिट्टी के बर्तन मेंं रखे। पहली बार दोनों के घर पर तांत्रिक विधि करने के बाद दोनों को पुन: कार्यालय बुलाया। वहां तांत्रिक विधि के बाद दोनों मित्र घर लौट गए।
इसके बाद आसिफ उर्फ सोनु मलिक को फोन करने पर फोन बंद मिलने पर शंका जाने पर दोनों ने घर पर लाल कपड़े में मिट्टी के बर्तन को खोलकर देखने पर अंदर सोने के जेवर के बदले लोहे की कीलें व इमीटेशन की वस्तुएं मिली। अपने साथ धोखाधड़ी होने का पता लगने पर वे प्रमुख स्वामी आर्केड में गुरुजी के कार्यालय पहुंचे। वहां ताला लगा होने पर कार्यालय के मालिक से मुलाकात करने पर कार्यालय किराए के करार से लेने की जानकारी मिली।
राजेश ने तांत्रिक विधि के बहाने 6 लाख रुपए के 200 ग्राम सोने के जेवर व मित्र जगदीश पीठवा के 4.50 लाख रुपए के 150 ग्राम सोने के जेवर धोखाधड़ी कर ले जाने का मामला दर्ज करवाया। उप निरीक्षक एस.वी. साखरा व क्राइम ब्रांच के स्टॉफकर्मियों ने कार्रवाई शुरू की है।
राजकोट. शहर के एक प्रोढ़ एवं उसके मित्र से बीमारी सहित परिवार की परेशानियां दूर करने के लिए तांत्रिक विधि के बहाने 10.50 लाख रुपए का सोना लेकर फरार होने का मामला चार अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध शहर ए डिविजन पुलिस थाने में गुरुवार देर रात को दर्ज हुआ है।
सूत्रों के अनुसार शहर में मोरबी रोड पर अक्षरधाम सोसायटी निवासी व शापर-वेरावल में कारखाने में काम करने वाले राजेश केशु रूपापरा (42 वर्ष) ने इस संबंध में मामला दर्ज करवाया है। शिकायत में आसिफ उर्फ सोनु मलिक, जाकिर उर्फ गुरुजी मलिक, नदीम अहमद खान व जिब्रान के विरुद्ध आरोप लगाया गया है।
शिकायत के अनुसार राजेश व उसके मित्र जगदीश पीठवा से कुल 10.50 लाख रुपए का सोने धोखाधड़ी कर ले गए। आरोप है कि करीब ढाई महीने पहले स्थानीय टीवी चैनल पर किसी प्रकार की समस्या के निराकरण के लिए विज्ञापन दिया गया। इसमें गुरु मोसाजी बंगाली बाबा के नंबर दिए गए। इस कारण राजेश ने उस नंबर पर फोन कर अपने व परिवार को बीमारी से परेशान रहना बताया।
शिकायत के अनुसार बंगाली बाबा ने प्रमुख स्वामी आर्केड में दूसरी मंजिल स्थित कार्यालय पर बुलाया। वहां नदीम व जिब्रान बैठे थे। भीतर के कमरे में सोनु उर्फ आसिफ ने कहा कि जाकिर उर्फ गुरुजी मलिक ने जन्म तारीख पूछी। बाद में कहा कि उसे एक व्यक्ति परेशान करता है। इसलिए 300 ग्राम सोना मिट्टी के बर्तन में रखकर तांत्रिक विधि करवानी पड़ेगी।
शिकायत के अनुसार तीन दिन तक तांत्रिक विधि चली, इसके बाद राजेश ने उसके मित्र जगदीश पीठवा से बात की और उसको भी परेशानी होने के कारण दोनों मित्र तांत्रिक विधि करवाने पहुंचे। जगदीश ने भी 150 ग्राम सोने के जेवर तांत्रिक विधि के लिए मिट्टी के बर्तन मेंं रखे। पहली बार दोनों के घर पर तांत्रिक विधि करने के बाद दोनों को पुन: कार्यालय बुलाया। वहां तांत्रिक विधि के बाद दोनों मित्र घर लौट गए।
इसके बाद आसिफ उर्फ सोनु मलिक को फोन करने पर फोन बंद मिलने पर शंका जाने पर दोनों ने घर पर लाल कपड़े में मिट्टी के बर्तन को खोलकर देखने पर अंदर सोने के जेवर के बदले लोहे की कीलें व इमीटेशन की वस्तुएं मिली। अपने साथ धोखाधड़ी होने का पता लगने पर वे प्रमुख स्वामी आर्केड में गुरुजी के कार्यालय पहुंचे। वहां ताला लगा होने पर कार्यालय के मालिक से मुलाकात करने पर कार्यालय किराए के करार से लेने की जानकारी मिली।
राजेश ने तांत्रिक विधि के बहाने 6 लाख रुपए के 200 ग्राम सोने के जेवर व मित्र जगदीश पीठवा के 4.50 लाख रुपए के 150 ग्राम सोने के जेवर धोखाधड़ी कर ले जाने का मामला दर्ज करवाया। उप निरीक्षक एस.वी. साखरा व क्राइम ब्रांच के स्टॉफकर्मियों ने कार्रवाई शुरू की है।