युवा न्याय अधिकार आंदोलन संगठन के नेता युवराजसिंह जाडेजा ने कहा कि बीसीए सेमेस्टर-4 का 16 अप्रेल को प्रोग्रामिंग विद-सी का पेपर परीक्षा से एक घंटे पहले लीक हो गया। वहीं, 18 अप्रेल को वेब सर्चिंग टेक्नोलॉजी एंड ऑप्टिंग्स का पेपर परीक्षा से एक घंटे पहले लीक हो गया। साथ ही 19 अप्रेल को ऑपरेटिंग सिस्टम कॉन्सेप्ट का पेपर परीक्षा से एक घंटे पहले लीक हो गया। साथ ही यह पेपर व्हाट्सएप पर वायरल हो गया। सोशल मीडिया पर भी परीक्षा से एक घंटे पहले ही पेपर लीक हो गया। इस संबंध में क्रॉस वैरिफिकेशन करने पर पेपर लीक होने की घटना उनके मत के अनुसार सही साबित हुई।
जाडेजा के अनुसार यूनिवर्सिटी की परीक्षा में तीन पेपर लीक होने से मेधावी छात्रों के साथ अन्याय हुआ है। इस संबंध में उन्होंने मांग की है कि जिस कॉलेज से ये पेपर लीक हुए हैं उसकी मान्यता तुरंत रद्द की जाए। इस संबंध में पुलिस में मामला दर्ज कराया जाए और यह पेपर दोबार पेपर की दोबारा परीक्षा ली जाए।
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता रोहितसिंह राजपूत ने भी इस मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई करने और पुलिस में मामला दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज कर पारदर्शी जांच कराने की भी मांग की है।
उग्र आंदोलन की चेतावनी
इनके अलावा एबीवीपी के नेताओं ने सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी की कार्यवाहक कुलपति नीलांबरी दवे व यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार का घेराव किया। उन्होंने इस संबंध में तुरंत पुलिस में मामला दर्ज कराने की मांग की। साथ ही 5 दिन में मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।हालांकि इस घटना पर सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी की कार्यवाहक कुलपति नीलांबरी दवे ने निष्पक्ष जांच एवं कार्रवाई का आश्वासन दिया है।