इसलिए हुई थी परीक्षा रद्द इस परीक्षा के लिए पहले उम्मीदवारों की शैक्षणिक योग्यता बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण रखी गई थी, लेकिन राज्य सरकार ने इस परीक्षा के लिए शैक्षणिक योग्यता बारहवीं कक्षा के बजाय ग्रेजुएशन कर दी थी। इस कारण आगामी 20 अक्टूबर को प्रस्तावित परीक्षा को एक सप्ताह पहले रद्द कर दिया गया था। इसके लिए गत वर्ष भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन मंगाए गए थे।
जबकि डिप्टी सीएम ने कहा कि इसके लिए भर्ती प्रक्रिया आरंभ कर दी गई थी, लेकिन लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण यह भर्ती प्रक्रिया स्थगित की गई। पटेल के मुताबिक इस भर्ती के तहत केन्द्र सरकार की ओर से 10 फीसदी आर्थिक आरक्षण का भी लाभ का प्रावधान किया गया है।
राज्य सरकार का यह कहना था कि सरकार चाहती है कि सरकारी नौकरी में ज्यादा पढ़े-लिखे लोग आएं। परीक्षा स्थगित किए जाने के कारण उम्मीदवारों के साथ-साथ विपक्षी कांग्रेस ने राज्यभर में प्रदर्शन किया था।
जबकि डिप्टी सीएम ने कहा कि इसके लिए भर्ती प्रक्रिया आरंभ कर दी गई थी, लेकिन लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण यह भर्ती प्रक्रिया स्थगित की गई। पटेल के मुताबिक इस भर्ती के तहत केन्द्र सरकार की ओर से 10 फीसदी आर्थिक आरक्षण का भी लाभ का प्रावधान किया गया है।
राज्य सरकार का यह कहना था कि सरकार चाहती है कि सरकारी नौकरी में ज्यादा पढ़े-लिखे लोग आएं। परीक्षा स्थगित किए जाने के कारण उम्मीदवारों के साथ-साथ विपक्षी कांग्रेस ने राज्यभर में प्रदर्शन किया था।
उम्मीदवारों ने किया था हंगामा परीक्षा रद्द करने के चलते राज्य भर में उम्मीदवारों ने हल्लाबोल मचाया था। इस भर्ती परीक्षा के लिए दस लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। लेकिन परीक्षा स्थागित करने के बाद राज्य भर में कई जगहों पर धरना-प्रदर्शन आयोजित किए गए थे। विपक्षी कांग्रेस व अन्य ने भी सरकार के इस निर्णय का विरोध किया था। कुछ दिनों पहले 200 से ज्यादा उम्मीदवारों ने बोर्ड कार्यालय पहुंचकर हंगामा मचाते हुए ज्ञापन सौंपा था।