उन्होंने कहा कि गुजरात स्टेट फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन जीएसएफसी राज्य में गत 57 वर्षों से कार्यान्वित है सिक्का में जीएसएफसी का संयंत्र प्लांट है जिसमें खाद का उत्पादन होता है।
उन्होंने कहा कि अब तक कम वजन की शिकायत कभी नहीं मिली। वजन किस तरह से कम हो सकता है? बोरी से कुछ खाद निकाल कर फिर से सिलाई करने से खाद की बोरी का वजन कम होने की बात का भी पता नहीं चला है। इस प्रकरण में किसी तरह के घोटाले का कोई सवाल ही नहीं है
उन्होंने कहा कि सर्दी और मानसून के सीजन में खाद के उत्पादन में तथा पैकिंग में नमी रहती है। यूरिया का सिक्का स्थित प्लांट समुद्र के किनारे होने कारण नमी का प्रमाण रहता है, इसलिए वजन कम हो सकता है। पैकेजिंग में किसी तकनीकी खामी के कारण भी यह समस्या आ सकती है।जीएफएससी सरकार के अधीन सार्वजनिक उपक्रम होने के कारण किसानों के नुकसान का विचार भी नहीं कर सकती। सामान्यतया खाद की बोरियों में औसतन ढाई सौ ग्राम का वजन कम देखने को मिलता है।
उन्होंने कहा कि अब तक कम वजन की शिकायत कभी नहीं मिली। वजन किस तरह से कम हो सकता है? बोरी से कुछ खाद निकाल कर फिर से सिलाई करने से खाद की बोरी का वजन कम होने की बात का भी पता नहीं चला है। इस प्रकरण में किसी तरह के घोटाले का कोई सवाल ही नहीं है
उन्होंने कहा कि सर्दी और मानसून के सीजन में खाद के उत्पादन में तथा पैकिंग में नमी रहती है। यूरिया का सिक्का स्थित प्लांट समुद्र के किनारे होने कारण नमी का प्रमाण रहता है, इसलिए वजन कम हो सकता है। पैकेजिंग में किसी तकनीकी खामी के कारण भी यह समस्या आ सकती है।जीएफएससी सरकार के अधीन सार्वजनिक उपक्रम होने के कारण किसानों के नुकसान का विचार भी नहीं कर सकती। सामान्यतया खाद की बोरियों में औसतन ढाई सौ ग्राम का वजन कम देखने को मिलता है।