ये सुविधाएं सामान्य रूप से गरीब एवं मध्यवर्गीय किसान ट्रैक्टर नहीं रख सकते, ऐसे में उनके खर्च के अनुकूल कबाड़े का उपयोग करते यह जीप मनाई गई है, जिसका खर्च मात्र १२ हजार रुपए है। मिनी जीप में ट्रॉली लगाकर खेत से सामान घर पहुंचा सकते हैं। ट्रॉली ही नहीं, अपितु छोटा टैंकर लगाकर दूर से पानी भी ला सकते हैं। डीजल व गैस से चल सके, इसके लिए शोध किया जाएगा।
ऐसा नहीं है कि इस जीप का उपयोग सिर्फ खेती काम में ही किया जाए, बल्कि इसका उपयोग घूमने में भी कर सकते हैं। परिवार के साथ घूमने जाएं तो जीप को ले जा सकते हैं। हिरेन के पिता जीतूभाई का कहना है कि पुत्र सिर्फ १२ तक पढ़ा है, लेकिन उसका टेक्नीकल ज्ञान अच्छा है। यह जीप गांव में आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है।
ऐसे बनाई जीप :
हिरेन के अनुसार इस मिनी जीप में उन्होंने स्कूटर का इंजन फिट किया है और एलईडी हैड लाइट, हॉर्न, साइड लाइट व चार गियर हैं, जो किक से से स्टार्ट होती है। ६० किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौडऩे वाली यह जीप एक लीटर में ३०-३५ किलोमीटर का सफर तय करती है। पेट्रोल की टंकी छोटी है, जिसमें ३-४ लीटर ईंधन भरा जा सकता है।