बदसलूकी पर सीपी ने मांगी रिपोर्ट हार्दिक पटेल ने मीडिया के साथ पुलिस की बदसलूकी की घटना का भी उल्लेख करते हुए इसकी निंदा की। मीडिया के साथ बदसलूकी के मामले में पुलिस आयुक्त ए.के.सिंह ने रिपोर्ट मांगी है।
हार्दिक के अस्पताल से घर पहुंचने से पूर्व ही ग्रीनवुड रिसोर्ट के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों का पहरा बिठा दिया गया। मौके पर सेक्टर-एक के संयुक्त पुलिस आयुक्त अमित विश्वकर्मा, जोन वन के पुलिस उपायुक्त जयपाल सिंह राठौड़, एसीपी आशुतोष परमार व बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी उपस्थित थे।
छुट्टी देने से पहले हार्दिक का मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया। इसमें उनके ब्लड की रिपोर्ट सामान्य आई। बी 12 और विटामिन डी कम आया। इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस जान पड़ा। शुक्रवार को हार्दिक पटेल को सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत पर पहले सोला सिविल अस्पताल और फिर एसजीवीपी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
हार्दिक पटेल ने ट्विट कर इलाके के डीसीपी जयपाल सिंह राठौड़़ पर जान से मारने की धमकी का आरोप लगाया। पाटीदार नेता ने कहा कि उपवास आंदोलन का कवरेज कर रहे मीडियाकर्मियों पर भी पुलिस ने बल प्रयोग किया और उनके कैमरे तोडऩे के प्रयास हुए। मीडिया के साथ जो हुआ वह गलत है।
आरोप बेबूनियाद: डीसीपी वहीं डीसीपी राठौड़ ने हार्दिक पटेल की ओर से लगाए गए मारने की धमकी देने के आरोप को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने ऐसी कोई बात नहीं कही। एंबुलेंस के प्रवेश करने के दौरान उन्होने सिर्फ गाड़ी आगे लेने के लिए और व्यवस्था बनाने के लिए कहा था।
समर्थकों से हार्दिक ने की पारणा की अपील हार्दिक पटेल ने अस्पताल से छुट्टी लेने से पहले उनके समर्थकों से रविवार शाम तक पारणा करने की अपील की। पाटीदार नेता ने कहा कि उनका अनशन जारी है वहीं समर्थकों से अपील की कि वे सभी अपने माता-पिता के हाथों पारणा कर लें। उन्होंने कहा कि अस्पताल आकर उन्हें उपचार लेना पड़ा, लेकिन अनशन जारी है। यह लड़ाई जारी है। पाटीदारों को आरक्षण, किसानों की कर्जमाफी, पाटीदार नेता अल्पेश कथीरिया की जेल से रिहाई की मांग पूरी नहीं होने तक अनशन जारी रहेगा।