scriptहार्दिक ने 19वें दिन तोड़ा अनशन, अब दिल्ली में करने की घोषणा | Hardik patel ends fast on 19th day, says will fast in Delhi also | Patrika News

हार्दिक ने 19वें दिन तोड़ा अनशन, अब दिल्ली में करने की घोषणा

locationअहमदाबादPublished: Sep 12, 2018 11:38:58 pm

पाटीदार समाज की प्रमुख संस्थाओं के प्रमुखों ने पानी, नींबू पानी और नारियल पानी पिलाया

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हार्दिक ने 19वें दिन तोड़ा अनशन, अब दिल्ली में करने की घोषणा

अहमदाबाद. पाटीदारों को आरक्षण दिलाने और किसानों की कर्ज माफी को लेकर आंदोलनरत पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) के मुख्य संयोजक हार्दिक पटेल ने आखिरकार १९वें दिन बुधवार को अपना अनशन तोड़ दिया। पाटीदार समाज की छह संस्थाओं के प्रमुख व प्रतिनिधियोंं-नरेश पटेल, सी. के. पटेल, प्रहलाद पटेल ने पानी, नींबू पानी व नारियल पानी पिलाकर हार्दिक का अनशन को समाप्त कराया। हालांकि सरकार की ओर से हार्दिक पटेल की तीन में से एक भी मांग नहीं मानी गई है।
युवा पाटीदार नेता ने कहा कि समाज के अग्रणियों की मांग और चिंता को देखते हुए उनके कहने पर उन्होंने अपना अनशन तोड़ा है। वे अपेक्षा रखते हैं कि समाज के अग्रणी सरकार के समक्ष पाटीदार समाज को आरक्षण दिलाने, पास संयोजक अल्पेश कथीरिया की जेल से रिहाई कराने एवं किसानों की कर्ज माफी की मांग को लेकर दमदार तरीके से मांग रखेंगे।
झुके नहीं, जारी रहेगी लड़ाई

25 वर्षीय हार्दिक ने कहा कि वे सरकार के समक्ष झुके नहीं हैं, उनकी लड़ाई आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने उनका समर्थन करते हुए राज्यभर में पाटीदार समाज के लोग अनशन पर बैठे हैं, उन्हें भी हार्दिक ने अनशन समाप्त करने की अपील की।
ज्ञात हो कि इस पाटीदार नेता ने पाटीदार समाज को आरक्षण, गुजरात के किसानों की संपूर्ण कर्ज माफी एवं पास संयोजक अल्पेश कथीरिया की जेल से रिहाई की मांग को लेकर के 25 अगस्त से आमरण अनशन शुरू किया था। इस दौरान हार्दिक पटेल को राज्य भर से और देशभर से बड़े पैमाने पर राजनीतिक दलों का समर्थन मिला।
अब दिल्ली में करेंगे अनशन: हार्दिक

हार्दिक ने अनशन तोडऩे के बाद संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की कि अब वह अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में अनशन करेंगे। इससे पहले गुजरात के गांव-गांव में जाकर किसानों को जागरूक भी करेंगे। सरकार की ओर से उनकी तीन में से एक भी मांग नहीं मानना, विशेषकर किसानों की कर्ज माफी की मांग को नहीं मानना, यह साबित करता है कि सरकार को किसानों की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने केन्द्र और राज्य सरकार एवं भाजपा के विरुद्ध जमकर बयानबाजी की।
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