जीत को पचाने के लिए विवेक और नम्रता को बताया जरूरी लोकसभा चुनाव में मिली जीत को लेकर कहा कि विजय को पचाने के लिए नम्रता और विवेक की जरूरत होती है। जनता का विश्वास जीतने के लिए शब्द नहीं बल्कि परिश्रम से बहाए गए पसीने की सुंगध जरूरी है।
सूरत में भीषण आग को लेकर उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि इसमें कई परिवारों के चिराग बुझ गए। उन्होंने कहा कि एक तरफ दुख तो दूसरी तरफ कर्तव्य की घड़ी है। समय की सीमा बताते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी संतान को मां का आशीर्वाद लेना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि गुजरात की धरती से मिली शिक्षा उन्हें न केवल व्यक्तिगत बल्कि देश हित में भी काम आ रही है।