सीमित सीटें और मांग है ज्यादा जीयू में बीए की मांग जिन विषयों में है उन विषयों के लिहाज से देखा जाए तो मनोविज्ञान दूसरे स्थान पर है। इसमें भी यदि अंग्रेजी माध्यम में मनोविज्ञान से बीए की बात करें तो केवल दो कॉलेज जीयू में हैं। इस कारण सीटें सीमित हैं और मांग ज्यादा होने के कारण पहले चरण में कट ऑफ ८३ से ८१ प्रतिशत पर है। अच्छे अंक से 12वीं पास करने वाले विद्यार्थी यह कोर्स कर रहे हैं। अंग्रेजी माध्यम से मनोविज्ञान में बीए करने वालों को विदेश में भी प्रैक्टिस का मौका रहता है। भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव बढ़ा है, जिससे काउंसलर्स की मांग भी बढ़ी है।
-प्रो.जयेश सोलंकी, ओएसडी, बीए प्रवेश समिति, जीयू
स्कूल, हॉस्पिटल, जेल में काउंसलर्स की बढ़ी मांग अंग्रेजी माध्यम में मनोविज्ञान में बीए का क्रेज बीते छह-सात वर्षों से देखने को मिल रहा है। भवन्स कॉलेज में पांच विदेशी विद्यार्थी भी मनोविज्ञान से बीए की पढ़ाई कर रहे हैं। वर्ष २०१८ में इस कॉलेज में ६७ फीसदी अंक पर प्रवेश रुका था। बीते वर्ष २० और सीटें जीयू से मंजूरी लेकर बढ़ाई गई थीं। इस कोर्स के साथ फ्रेंच और कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई इस कॉलेज में कराई जाती है, जिससे विदेशी विद्यार्थी भी इस कॉलेज में प्रवेश ले रहे हैं। स्कूलों, हॉस्पिटलों, जेलों में भी मनोविज्ञान काउंसलर्स की मांग बीते कुछ सालों में बढ़ी है। इस कारण इस कोर्स में 12वीं विज्ञान उत्तीर्ण विद्यार्थी ज्यादातर प्रवेश ले रहे हैं।
-डॉ. नीरजा अरुण, प्राचार्य, भवन्स आट्र्स कॉलेज