सेटर्न गुडलक होम की ठगी के शिकार लोग सीआईडी क्राइम से करें संपर्क
अहमदाबाद. विनय शाह की ठगी का शिकार हुए लोगों से पूछताछ के बीच सीआईडी क्राइम ने अहमदाबाद में ही सेटर्न गुडलक होम्स लिमिटेड कंपनी के निदेशकों की ओर से प्लॉट के नाम पर की गई ठगी के शिकार लोगों से भी उनकी शिकायत देने को कहा है।
सेटर्न कंपनी के निदेशकों के विरुद्ध अहमदाबाद जोन सीआईडी क्राइम थाने में इसी साल 14 लाख रुपए की ठगी करने का मामला दर्ज किया गया है।
मामले की जांच पीआई एम.यू.मशी को सौंपी गई है। सीआईडी क्राइम की ओर से कहा गया है कि कंपनी के निदेशकों राजकुमार शिवकुमार, संजय कुमार जायसवाल, भरत भरवाड, रीटा जायसवाल, सुधीर सिंह राजपूत ने मिलीभगत करते हुए षडयंत्र के तहत आरोपियों एवं उनकी कंपनी के नाम पर कोई भी जमीन नहीं होने के बावजूद भी बावला तहसील के भायला एवं शियाळ गंाव में प्लॉट की स्कीम शुरू की। गुलडल गोम्स एक, दो, तीन और चार नाम की स्कीमों के तहत प्लॉट की स्कीम का ड्रॉ लगने पर हफ्ते नहीं भरने होते थे। इसमें कई लोगों ने निवेश किया और करीब १४ लाख रुपए तक का हफ्ता भी भरा। लेकिन कंपनी के निदेशकों ने ना तो उनके पैसे लौटाए और ना ही प्लॉट दिए और कंपनी का कार्यालय बंद करके फरार हो गए। इस मामले में दर्ज शिकायत की जांचकी जा रही है। इस कंपनी केऔर कोई भी पीडि़त हों वे सीआईडी क्राइम कार्यालय गांधीनगर में जाकर शिकायत कर सकते हैं।
अहमदाबाद. विनय शाह की ठगी का शिकार हुए लोगों से पूछताछ के बीच सीआईडी क्राइम ने अहमदाबाद में ही सेटर्न गुडलक होम्स लिमिटेड कंपनी के निदेशकों की ओर से प्लॉट के नाम पर की गई ठगी के शिकार लोगों से भी उनकी शिकायत देने को कहा है।
सेटर्न कंपनी के निदेशकों के विरुद्ध अहमदाबाद जोन सीआईडी क्राइम थाने में इसी साल 14 लाख रुपए की ठगी करने का मामला दर्ज किया गया है।
मामले की जांच पीआई एम.यू.मशी को सौंपी गई है। सीआईडी क्राइम की ओर से कहा गया है कि कंपनी के निदेशकों राजकुमार शिवकुमार, संजय कुमार जायसवाल, भरत भरवाड, रीटा जायसवाल, सुधीर सिंह राजपूत ने मिलीभगत करते हुए षडयंत्र के तहत आरोपियों एवं उनकी कंपनी के नाम पर कोई भी जमीन नहीं होने के बावजूद भी बावला तहसील के भायला एवं शियाळ गंाव में प्लॉट की स्कीम शुरू की। गुलडल गोम्स एक, दो, तीन और चार नाम की स्कीमों के तहत प्लॉट की स्कीम का ड्रॉ लगने पर हफ्ते नहीं भरने होते थे। इसमें कई लोगों ने निवेश किया और करीब १४ लाख रुपए तक का हफ्ता भी भरा। लेकिन कंपनी के निदेशकों ने ना तो उनके पैसे लौटाए और ना ही प्लॉट दिए और कंपनी का कार्यालय बंद करके फरार हो गए। इस मामले में दर्ज शिकायत की जांचकी जा रही है। इस कंपनी केऔर कोई भी पीडि़त हों वे सीआईडी क्राइम कार्यालय गांधीनगर में जाकर शिकायत कर सकते हैं।