जीयू में प्रोफेसर जैन पर हमले में दर्ज हुई प्राथमिकी, पूर्व सिंडीकेट सदस्य व छात्र पर जीयू में प्रवेश पर रोक
जीयू में प्रोफेसर जैन पर हमले को शिक्षामंत्री ने बताया गंभीर,कुलपति को जांच करने के बाद कार्रवाई का दिया निर्देश
जीयू में प्रोफेसर जैन पर हमले में दर्ज हुई प्राथमिकी, पूर्व सिंडीकेट सदस्य व छात्र पर जीयू में प्रवेश पर रोक
अहमदाबाद. गुजरात विश्वविद्यालय के लाइफ साइंस विभाग के अध्यक्ष प्रो.एन.के.जैन पर पूर्व सिंडीकेट सदस्य गिरीश चौधरी और छात्रनेता भाविन राठौड़ के मारपीट व हमला करने के मामले को शिक्षामंत्री भूपेन्द्र सिंह चुड़स्मा ने गंभीर बताते हुए कहा कि शैक्षणिक संस्थाओं में इस प्रकार की हरकतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगीं।
चुड़ास्मा ने कहा कि उन्होंने इस मामले में कुलपति प्रो.हिमांशु पंड्या से बात की है। उन्हें इस मामले में जांच करके उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इसके बाद मंगलवार को इस मामले में जीयू थाने के पुलिस निरीक्षक एच.बी.पटेल ने लाइफ साइंस विभाग में पहुंचकर प्रोफेसर एन.के.जैन से इस पूरे मामले की जानकारी ली। उनका बयान भी लिया।
पूर्व सिंडीकेट सदस्य और छात्रनेता की पूरी करततूत विभाग में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। जिससे आगे की कार्रवाई करने के लिए जीयू पुलिस निरीक्षक की ओर से सीसीटीवी फुटेज भी मांगे गए हैं।
जीयू के कार्यकारी कुलसिचव पी.एम.पटेल ने इस मामले में प्रो.एन.के.जैन की ओर से लिखित में शिकायत देने पर जीयू थाने में देर शाम प्राथमिकी दर्ज कराई है। प्राथमिकी दर्ज कराने के साथ ही जीयू प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पूर्व सिंडीकेट सदस्य गिरीश चौधरी और छात्र नेता भाविन राठौड़ के जीयू परिसर में प्रवेश करने पर रोक लगा दी है। इन दोनों को जीयू परिसर में प्रवेश नहीं मिलेगा।
ज्ञात हो कि सोमवार को प्रोफेसर जैन पर पूर्व सिंडीकेट सदस्य व छात्रनेता भाविन राठौड़ ने एक छात्रा का परीक्षा फॉर्म कम हाजिरी होने के चलते नहीं स्वीकारने के चलते हमला कर दिया था। उनके कपड़े भी फाड़ दिए थे। सह कर्मचारियों और छात्राओं के इस दौरान आ जाने के चलते जैन पर ज्यादा हमला होने से बचा। इस घटनाक्रम के बाद प्रो.जैन की ओर से छात्रा को परीक्षा में बैठने की सशर्त मंजूरी दे दी गई। इसके अलावा तीन अन्य विद्यार्थियों को भी परीक्षा में बैठने की मंजूरी दे दी गई। मंगलवार से जीयू की सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू हुई हैं।