उन्होंने गुजरात में सूचना के अधिकार (आरटीआई) के लंबित मामलों, आरटीआई आयुक्तों की संख्या, वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय में कुलपति की योग्यता पर सवाल उठाने, चुनाव सुधार को लेकर कई जनहित याचिकाएं दायर की थीं।
सके अलावा राज्य के स्कूलों में फीस नियमन समिति को भी चुनौती दी थी। उन्होंने पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के मुख्य संयोजक व युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को लेकर वायरल हुए वीडियो के संबंध में जांच आयोग गठित किए जाने की मांग करते हुए जनहित याचिका दायर की थी।
उच्च न्यायायल ने उनकी कई जनहित याचिकाओं पर अहम निर्देश भी जारी किए थे।
मूल रूप से आरटीआई कार्यकर्ता देसाई भ्रष्टाचार, सिविक मुद्दे को लेकर वर्षो से कार्यरत थे। वे जागते रहो नामक एनजीओ भी चलाते थे और इसी नाम से उन्होंने राजनीतिक दल का भी गठन किया था।
उच्च न्यायायल ने उनकी कई जनहित याचिकाओं पर अहम निर्देश भी जारी किए थे।
मूल रूप से आरटीआई कार्यकर्ता देसाई भ्रष्टाचार, सिविक मुद्दे को लेकर वर्षो से कार्यरत थे। वे जागते रहो नामक एनजीओ भी चलाते थे और इसी नाम से उन्होंने राजनीतिक दल का भी गठन किया था।