यहां का मामला
ये मामला थाना मनसुखपुरा के गांव मेदीपुरा का है। नरेन्द्र का 18 वर्षीय पुत्र भोला पढ़ाई के साथ ही खेती भी कर रहा था। बताया गया है कि रविवार रात बारिश से पहले वह खेत की जुताई करने गया था। रात के समय खेत में ट्रैक्टर चलाने के दौरान किसी तरह ट्रैक्टर पलट गया और भोला उसके नीचे दब गया। वह काफी देर तक ट्रैक्टर के नीचे दबा हुआ छटपटाता रहा, लेकिन आस पास कोई मौजूद नहीं था, जो उसे बाहर निकाल सकता।
ये मामला थाना मनसुखपुरा के गांव मेदीपुरा का है। नरेन्द्र का 18 वर्षीय पुत्र भोला पढ़ाई के साथ ही खेती भी कर रहा था। बताया गया है कि रविवार रात बारिश से पहले वह खेत की जुताई करने गया था। रात के समय खेत में ट्रैक्टर चलाने के दौरान किसी तरह ट्रैक्टर पलट गया और भोला उसके नीचे दब गया। वह काफी देर तक ट्रैक्टर के नीचे दबा हुआ छटपटाता रहा, लेकिन आस पास कोई मौजूद नहीं था, जो उसे बाहर निकाल सकता।
अचानक पहुंचे परिजन
काफी समय बीत जाने के बाद भी जब भोला घर लौटकर नहीं आया, तो परिजन अचानक ही उसे देखने के लिए खेत पर पहुंच गए। खेत में ट्रैक्टर को पलटा देख, परिजनों के होश उड़ गए। अंधेरा होने की वजह से भोला भी कहीं नजर नहीं आ रहा था। परिजनों ने टॉर्च जलाकर देखा, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। भोला खून से लथपथ ट्रैक्टर के नीचे दबा हुआ था।
काफी समय बीत जाने के बाद भी जब भोला घर लौटकर नहीं आया, तो परिजन अचानक ही उसे देखने के लिए खेत पर पहुंच गए। खेत में ट्रैक्टर को पलटा देख, परिजनों के होश उड़ गए। अंधेरा होने की वजह से भोला भी कहीं नजर नहीं आ रहा था। परिजनों ने टॉर्च जलाकर देखा, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। भोला खून से लथपथ ट्रैक्टर के नीचे दबा हुआ था।
ग्रामीणों ने निकाला बाहर
परिजनों की सूचना पर ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने भोला को गंभीर घायल अवस्था में ट्रैक्टर के नीचे से निकाला। उसे उपचार के लिए आगरा के एक निजी अस्पताल में लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। भोला की मौत की खबर से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
परिजनों की सूचना पर ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों ने भोला को गंभीर घायल अवस्था में ट्रैक्टर के नीचे से निकाला। उसे उपचार के लिए आगरा के एक निजी अस्पताल में लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। भोला की मौत की खबर से पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है।