जगन प्रसाद गर्ग की मृत्यु से खाली हुई सीट आगरा उत्तर सीट से जगन प्रसाद गर्ग भाजपा की टिकट पर लगातार पांच बार से चुनाव जीत रहे थे। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान उनका स्वास्थ्य खराब हो गया। 10 अप्रैल, 2019 को हृदयाघात हुआ और उनका देहावसान हो गया। इसके दो दिन बाद ही चुनाव आयोग ने सीट रिक्त घोषित करते हुए चुनाव की घोषणा कर दी। किसी ने सोचा भी नहीं था कि लोकसभा चुनाव के दौरान ही विधानसभा का उपचुनाव करा दिया जाएगा।
खरीद लिए हैं पर्चे चुनाव घोषणा के साथ ही भाजपा में टिकट मांगने वाले कुकरमुत्ते की तरह उग आए। जिनके नाम के साथ अग्रवाल है, वे तो टिकट के लिए मरे जा रहे हैं। जो वैश्य समाज से हैं, उनका भी टिकट का दावा है। कई पार्षद और पूर्व पार्षद भी टिकट मांग रहे हैं। खास बात ये है कि सबने पर्चे खरीद लिए हैं। बी फार्म का इंतजार कर रहे हैं।
जगन प्रसाद गर्ग के परिजन को ना नेताओं को अपनी-अपनी पड़ी है। जगन प्रसाद गर्ग का परिवार उपेक्षित हो गया है। जगन प्रसाद गर्ग के भतीजे मनोज गर्ग और पुत्र वैभव गर्ग ने भी टिकट पर दावा किया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और फतेहपुर सीकरी से चुनाव लड़ चुके मुरारीलाल फतेहपुरिया ने वैभव गर्ग को टिकट दिलाने का प्रयास किया है। अंतिम दौर में लगता नहीं है कि जगन प्रसाद गर्ग के किसी परिजन को भाजपा टिकट देगी।
ये हैं प्रमुख दावेदार भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम खंडेलवाल, पूर्व जिला शासकीय अधिवक्ता सुरेन्द्र कुमार गुप्ता एडवोकेट, प्रमोद गुप्ता, टीएन अग्रवाल, वीरेन्द्र अग्रवाल, डॉ. अशोक अग्रवाल, राकेश गर्ग, राकेश अग्रवाल, भानु महाजन, दीपक अग्रवाल, केशव अग्रवाल आदि प्रमुख दावेदार हैं। महापौर नवीन जैन का भी नाम लिया जा रहा है। कुछ नेता अपनी पत्नी के लिए टिकट मांग रहे हैं। लखनऊ से लेकर दिल्ली तक दौड़ लगा चुके हैं। भाजपा नेता किसी से इनकार नहीं करते हैं, इससे सबको लग रहा है कि टिकट मिल जाएगा। पेट में बात पच नहीं रही है। अपने मित्रों को टिकट की जानकारी दे रहे हैं, जिससे बात सार्वजनिक हो गई है। सूत्रों ने बताया कि अंतिम दौर में टिकट के दावेदारों में मुकाबला रह गया है। ये हैं पुरुषोत्तम खंडेलवाल और सुरेन्द्र गुप्ता एडवोकेट। यह देखना रोचक होगा कि किसका नाम घोषित होता है।
‘रामलाल जी’ और ‘बड़े दिनेश जी’ कुछ नेता तो सोशल मीडिया के माध्यम से ही टिकट मांग रहे हैं। पार्टी के लिए किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए अपना फोटो डाल रहे हैं। हर कोई कहता घूम रहा है कि ‘रामलाल जी’ से बात हो गई है। कोई कह रहा है कि ‘बड़े दिनेश जी’ से बात हो गई है। ये दोनों ही आगरा में प्रचारक रहे हैं। सही बात तो ये है कि वर्तमान स्थिति में दोनों प्रचारकों से बड़े नेता भी बात नहीं कर पा रहे हैं। टिकट वितरण में बृज क्षेत्र के संगठन मंत्री भवानी सिंह और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक आलोक अग्रवाल व प्रांत प्रचारक डॉ. हरीश रौतेला की भी भूमिका है। अंत में भाजपा महामंत्री संगठन सुनील बंसल की मुहर लगनी है।