ये दिए सुझाव सर्किट हाउस में हुई बैठक में सचिव पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा ताजमहल एवं फतेहपुर सीकरी के विकास हेतु उपस्थित अधिकारियों से सुझाव मांगे गयए। अधिकारियों द्वारा पर्यटन के दृष्टि से समग्र विकास, महत्वपूर्ण स्मारकों के अतिरिक्त आगरा के अन्य स्मारकों के आस-पास आधारभूत सुविधाओं का विकास, पर्यटकों के लिए आवश्यक जानकारी की सूचनाओं की उपलब्धता, ग्राम्य स्तर व आस-पास के क्षेत्रों पर सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देना, प्रत्येक स्तर के होटलों में इमेज बिल्डिंग का प्रयास, हैण्डीक्राफ्ट,
शिल्प , फोक आर्ट, स्थानीय स्तर की उत्पादों के साथ ही साथ राष्ट्रीय स्तर के उत्पादों की बाजार व्यवस्था का सुझाव दिया। इसके साथ ही आगरा से अन्य स्थानों की सुगम कनेक्टिविटी, सुरक्षा व्यवस्था, ट्रैफिक प्लान, ठोस कूड़ा प्रबंधन, साफ-सफाई व्यवस्था आदि का सुझाव दिया गया, ताकि आगरा में आने वाले पर्यटक यहां रात्रि विश्राम कर सके।
पर्यटकों को गांवों में ले जाएं सुझावों का स्वागत करते हुए सचिव, पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार ने कहा कि इससे निश्चित रुप से आइकोनिक टूरिस्ट डवलपमेंट को बढ़ावा मिलेगा। आगरा के हर क्षेत्र के विकास, सांस्कृतिक पक्ष के उभरने तथा स्थानीय उत्पादों की मार्केटिंग में स्थानीय लोगों की सहभागिता से उनका आर्थिक विकास भी हो सकेगा। पर्यटकों को गांव में ले जाकर उन्हें आकर्षक पर्यटन उपलब्ध कराया जा सकेगा।
कलाकृति के लिए 1.25 करोड़ का अनुदान बैठक में प्रमुख सचिव पर्यटन अवनीश कुमार अवस्थी ने आईकोनिक टूरिस्ट साइट डेवलपमेंट के दृष्टिगत कई सुझाव दिये। उन्होंने कहा कि प्रदेश की पर्यटन नीति के अन्तर्गत कलाकृति जैसी अन्य गतिविधियों के संचालन पर एक करोड़ 25 लाख की अनुदान की व्यवस्था है।
मंडलायुक्त ने दिया सुझाव मण्डलायुक्त के राममोहन राव द्वारा ताज संरक्षित क्षेत्र (टीटीजेड) क्षेत्र में कराये जा रहे कार्यों व गतिविधियों से सम्बन्धित पूरी वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया। उन्होंने कहा कि पर्यटक आगरा आकर अच्छा महसूस करें, इस सम्बन्ध में पूरा प्रयास किया जा रहा है। पुलिस महानिरीक्षक राजा श्रीवास्तव, प्रभारी जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड़, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक सहित अन्य अधिकारियों ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए। इस अवसर पर संयुक्त सचिव पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार सुमन बिल्ला, आशिमा मेहरोत्रा, अधीक्षण पुरातत्वविद्, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण डॉ. भुवन विक्रम, मण्डल रेल प्रबन्धक उत्तर मध्य रेलवे, निदेशक भारतीय विमान प्राधिकरण, उप निदेशक पर्यटन दिनेश कुमार आदि उपस्थित थे।