scriptबजट 2018: ताजमहल के साथ अन्य स्मारकों को मिले आक्सीजन तो हो कुछ विकास | tourism budget 2018 agra businessman demand to union minister | Patrika News

बजट 2018: ताजमहल के साथ अन्य स्मारकों को मिले आक्सीजन तो हो कुछ विकास

locationआगराPublished: Jan 24, 2018 12:40:37 pm

वित्त मंत्री से आगरा के पर्यटन उद्यमियों की मांग, सरकार दे विशेष पैकेज

budget 2018, Arun Jaitley, pm narendra modi, union minister arun jaitley, tourism budget 2018, taj mahal, international airport, terminal, agra airport, tourist, budget for tourist in agra, budget for tourism in agra
आगरा। लोकसभा चुनाव 2014 से पहले नवंबर 2013 में नरेंद्र मोदी ने आगरा में रैली की थी। इस रैली में उन्होंने शुरूआत आगरा के पर्यटन उद्योग और पर्यटन से की थी। प्रधानमंत्री बनने के बाद भी आगरा पर्यटन के लिए विकास को मोहताज है। आगरा में इंटरनेशनल हवाई अड्डा नहीं बन सका। ताजमहल पर आने वाला पर्यटक आगरा से रात होते होते निकल लेता है। आगरा के पर्यटन उद्यमी चाहते हैं कि इस बार बजट में आगरा के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली विशेष पैकेज की व्यवस्था करें, जिससे आगरा के डूबते पर्यटन को सहारा मिल सके।
सिर्फ ताजमहल ही नहीं अन्य स्मारकों को भी चाहिए ट्रीटमेंट
पर्यटन उद्यमियों का कहना है कि आगरा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हवाई अड्डे का जो सपना दिखाया था। उसे पूरा कर दें। सर्विल टर्मिनल के लिए लंबी लड़ाई लड़ी जा रही है। हवाई अड्डा दूर की कौड़ी साबित होता दिख रहा है इसलिए जो मौजूदा टर्मिनल है, उसी पर आवागमन की सुविधा को सहज बनाने का काम कर दें। पर्यटन उद्यमी राकेश बाधवा का कहना है कि ताजमहल पूरी दुनियां में ख्याति बटोर रहा है। लेकिन, आगरा के अन्य स्मारकों की उपेक्षा की जा रही है। सिर्फ ताजमहल से ही पर्यटन को बढ़ावा नहीं मिलेगा। फतेहपुरसीकरी, एत्माउद्दौला में चीनी का रोजा सहित आधा दर्जन ऐतिहासिक स्मारकों के लिए भी विशेष पैकेज देने होंगे, जिससे पर्यटक रात में आगरा में ठहर सके। इससे आगरा के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
ताज संरक्षण के लिए प्राधिकरण का हो गठन
आगरा के उद्यमी अशोक जैन ओसवाल का मानना है कि पर्यअन विकास के लिए विशेष पैकेज होना चाहिए। आगरा में ताजमहल संरक्षण क्षेत्र के लिए विशेष प्राधिकरण का गठन किया जाए, जिसमें पर्यावरण से जुड़े विषयों का समाधान किया जा सके। वहीं एडीएफ के सचिव केसी जैन का कहना है कि आगरावासियों के लिए पीने का पानी बड़ी मुसीबत है। पीने के पानी की समस्या को दूर करने के लिए बैराज का समय से निर्माण हो जाए। पर्यटन उद्यमी राजीव तिवारी का मानना है कि सुप्रीम कोर्ट ने जब टीटीजेड का निर्णय दिया, यदि उस निर्णय का कायदे से पालन होता तो मौजूदा स्थिति इतनी भयावह नहीं होती। आगरा के उद्योगों पर चाबुक चल गयां पेठा कारोबार, जूता कारोबार ठप हो गए। सरकार को पर्यटन को बढ़ावा देना है, तो आगरा के विख्यात वस्तुओं के लिए पैकेज देने होंगे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो